nitin gadkari in gaya - अमेरिका की किताब को पढ़कर बिहार की समस्या के लिए नहीं बना सकते पॉलिसी, बुद्ध की धरती से गडकरी ने जात पात की राजनीति करनेवालों को दिखाया आइना
nitin gadkari in gaya - केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी आज बोधगया पहुंचे। जहां उन्होंने बिहार के लिए कई बड़ी घोषणाएं की हैं। यॉउन्होंने कहा अमेरिकी किताबों को पढ़कर बिहार की समस्या को दूर नहीं किया जा सकता है। इसके लिए यहां की समस्या को जानना होगा।
BODH GAYA - बिहार आर्थिक परिषद के 22वें अधिवेशन में शामिल होने बोधगया पहुंचे केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने गया में 6 सड़क प्रोजेक्ट का शिलान्यास और उद्धाटन किया। इस दौरान उन्होंने बिहार की जनता को विश्वास दिलाया कि अगले चार साल में अंदर बिहार के राष्ट्रीय महामार्ग को अमेरिका के बराबर करके दूंगा। वहीं इस दौरान उन्होंने एक बार फिर से जात पात की राजनीति करनेवालों से दूर रहने की सलाह दी। बता दें कि दो दिवसीय अधिवेशन में प्रतिष्ठित अर्थशास्त्रियों, विद्वानों और शोधार्थी जुटे हैं।
अमेरिका को देखकर बिहार के लिए नहीं बना सकते पॉलिसी
बिहार आर्थिक परिषद के 22वें अधिवेशन में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि गरीब आदमी के जीवन को बदलना भी जरूरी है। उन्होंने कहा कि समस्या को देखकर यहां की पॉलिसी बननी चाहिए. अमेरिका की किताब में क्या लिखा है वो देखकर बिहार में बताएंगे तो ये नहीं चलेगा।। हम अमेरिका थोड़ी हैं। वहीं मंत्री ने कहा कि ‘लेकिन एक बात जरूर है कि मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि चार साल के अंदर बिहार के राष्ट्रीय महामार्ग को अमेरिका के बराबर करके दूंगा
देश में इमानदारी से काम करनेवालों की कमी
नितिन गडकरी ने कहा कि मैं ऐसा व्यक्ति हूं जो कहता है मेरे पास पैसे की कमी नहीं है. मैं दो-तीन हजार करोड़ से नीचे के कार्यक्रम में जाता ही नहीं हूं. उन्होंने कहा कि इस देश में पैसे की कमी नहीं है बल्कि इमानदारी से देश के लिए काम करने वालों की कमी है. समाज और देश के लिए कमिटमेंट, पारदर्शिता, भ्रष्टाचार के बिना चलने वाले सिस्टम और समय की प्रतिबद्धा को उन्होंने देश को विश्वगुरू बनाने का जरिया बताया. उन्होंने कहा कि ये बुद्ध की धरती है.
जो जात पूछेगा उसको ठोकूंगा
नितिन गडकरी ने जातपात पर भी कड़ा प्रहार किया और कहा कि मैंने सुना कि बिहार में कोई काम जात के बिना होता ही नहीं है। मैनें कहा कि जो जात की बात करेगा उसको ठोकूंगा। आदमी उसके जात नहीं बल्कि उसके गुणों से बड़ा है। आप कभी किसी रेस्टोरेंट में जात पूछतो हो क्या?ऑपरेशन के समय जात नहीं आपको अच्छा डॉक्टर खोजना है फिर जात की बात क्यों करते हो. आदमी अपने गुणों से पूछा जाता है।
रोड से किसानों और कृषि के लिए किया काम
नितिन जयराम गडकरी ने अपने संबोधन में कहा कि आजादी के 77 वर्ष बाद भी मात्र 30% लोगों का माइग्रेशन हुआ है। जल जमीन जंगल आधारित आर्थिक मजबूत होगी तो कोई व्यक्ति अपने घर छोड़कर नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि सब लोग जानते हैं कि मैं रोड के लिए काम करता हूं लेकिन मैं किसानों और कृषि के लिए ज्यादा काम करता हूं क्योंकि हमारे इलाके में दस हजार किसानों ने आत्महत्या किया था।
50 लाख करोड़ की सड़क बनवा चुका
उन्होंने कहा कि अभी तक मैं 50 लाख करोड़ की सड़क बनवा चुका हूं और आगे भी कार्य करना बाकी है। उन्होंने कहा कि हमारे देश का आर्थिक विकास हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है। हमारे देश को कौन सी आर्थिक नीति अपनाना कर आगे बढ़ाना है। यह बहुत महत्वपूर्ण है अभी हम लोग दुनिया के पांचवें इकोनामिक पर हैं और पहले और तीसरे पर आने के लिए प्रयासरत हैं।
इस कार्यक्रम के बाद नितिन जयराम गडकरी ने डोभी पटना हाईवे सहित पांच मुख्य राजमार्ग का शिलान्यास किया है। 37 सौ करोड़ से अधिक की लागत से छह सड़क परियोजनाओं का लोकार्पण किया गया है, उन्होंने कहा कि बोधगया से डोभी तक 13 हजार करोड़ की लागत से सर्विस रोड बनाई जाएगी।
इसके अलावा पटना गया डोभी रोड फरवरी माह तक कंप्लीट हो जाएगा, उन्होंने गया से पहाड़पुर तक सड़क चौड़ीकरण की बात कहीं है,गया से अरवल जाने वाली सड़क भी बनाई जाएगी,गया से पटना रिंग रोड बनाने की बात कही है,इसके अलावा हजारों करोड़ की लागत से पूरे बिहार में ग्रीन फील्ड रोड बनाने की आश्वासन दिया है।
वहीं कुलपति एसपी शाही ने केंद्रीय मंत्री की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उनकी दूरदर्शिता के कारण आज भारत में सड़कों का व्यापक नेटवर्क विकसित हुआ है। इस उपलब्धि के कारण उन्हें “एक्सप्रेस मेन ऑफ इंडिया” की उपाधि प्राप्त है। उन्होंने पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में भी उनके योगदान की प्रशंसा की, जिनमें एथेनॉल और ग्रीन हाइड्रोजन आधारित परिवहन की कल्पना शामिल है।
बिहार के किसी विश्वविद्यालय में पहली बार एआई की पढ़ाई
मगध विश्वविद्यालय की उपलब्धियों के बारे में कुलपति ने बताया कि विश्वविद्यालय में अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की पढ़ाई शुरू होने जा रही है, जो बिहार के सभी विश्वविद्यालयों में पहली बार मगध विश्विद्यालय, बोधगया में शुरू होगी।
REPORT - SANTOSH KUMAR