Bihar School News: मुजफ्फरपुर में शिक्षा विभाग का नया कारनामा उजागर, सरकारी राशि का हो रहा बंदरबांट, ग्रामीणों की बड़ी मांग
Bihar School News: बिहार में आए दिन शिक्षा विभाग के अलग अलग कारनामे उजागर होते रहते हैं। ताजा मामला मुजफ्फरपुर का है। जहां सरकारी राशि का बंदरबांट किया जा रहा है...पढ़िए आगे...

Bihar School News: बिहार सरकार एक ओर राज्य की शिक्षा व्यवस्था को हाईटेक बनाने का दावा कर रही है, लेकिन जमीन पर हालात कुछ और ही बयां कर रहे हैं। शिक्षा विभाग की लापरवाही का ताजा मामला मुजफ्फरपुर जिले के कटरा प्रखंड के लखनपुर पंचायत स्थित राजकीय प्राथमिक विद्यालय तबकलपुर का है। यहां बच्चों के पढ़ने के लिए भवन तो नहीं है, लेकिन शिक्षा विभाग ने समरसेबल पंप जरूर लगवा दिया है।
खुले आसमान के नीचे पढ़ाई कर रहे बच्चे
इस स्कूल में कक्षा 1 से 5 तक की पढ़ाई होती है। कुल 33 बच्चे नामांकित हैं, जिनके लिए विभाग ने तीन शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति की है। लेकिन बच्चों को पढ़ाने के लिए स्कूल का कोई भवन ही नहीं है। स्कूल परिसर में सिर्फ एक टीन का छोटा सा कार्यालय बना है, जहां शिक्षकों की कुर्सी और स्कूल के कागजात रखे जाते हैं। वहीं बच्चों की पढ़ाई खुले आसमान के नीचे पेड़ के तले बैठकर होती है। बारिश हो या धूप, बच्चे खुले में पढ़ाई करने को मजबूर हैं।
भवन की जगह समरसेबल लगवाया गया
हैरानी की बात यह है कि जहां बच्चों के लिए बैठने का भवन तक नहीं है, वहां शिक्षा विभाग ने समरसेबल पंप लगवा दिया है। जिसकी अभी कोई आवश्यकता ही नहीं थी। स्थानीय लोगों का आरोप है कि यह सिर्फ सरकारी राशि की बंदरबांट का नतीजा है।
स्थानीय लोगों ने उठाए सवाल
ग्रामीणों ने सवाल उठाया है कि जिस स्कूल में बच्चों को बैठने के लिए छत तक नसीब नहीं है। वहां समरसेबल लगवाने का आदेश किसने दिया? स्थानीय लोगों का कहना है कि भवन निर्माण की मांग वर्षों से की जा रही थी, लेकिन विभाग ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। अब जरूरत न होने पर भी समरसेबल लगवाकर सरकारी राशि का दुरुपयोग किया गया है।
अधिकारियों की चुप्पी पर सवाल
ग्रामीणों ने प्रशासन से इस मामले की जांच की मांग की है। लोगों का कहना है कि बच्चों की शिक्षा को लेकर विभाग की गंभीरता पर सवाल खड़े हो रहे हैं। शिक्षा विभाग की इस लापरवाही ने सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन पर भी सवालिया निशान लगा दिया है।