Anant Singh News: 77 दिन बाद बेउर की सलाखों के पीछे छोटे सरकार की कैसे कटी पहली रात ! क्या खाया, किनसे हुई मुलाकात? जानिए जेल के अंदर की कहानी
Anant Singh News: मोकामा के पूर्व विधायक और बाहुबली नेता अनंत सिंह एक बार फिर बेऊर जेल में बंद हैं। 77 दिन बाद अनंत सिंह की रात बेऊर जेल में कटी है। जेल में क्या क्या हुआ आइए जानते हैं...
Anant Singh News: मोकामा में बिहार चुनाव के बीच सियासी बवाल सातवें आसमान पर है। दुलारचंद यादव की मौत और जदयू प्रत्याशी अनंत सिंह की गिरफ्तारी ने सियासी भूचाल ला दिया है। अनंत सिंह को रविवार को एमपी एमएलए कोर्ट ने 14 दिन के न्यायिक हिरासत में बेऊर जेल भेज दिया। अनंत सिंह की गिरफ्तारी शनिवार को देर रात हुई थी जिसके बाद पुलिस ने अनंत सिंह को पटना में रंगदारी सेल में रखा था। वहीं शाम 4 बजे उन्हें कोर्ट में पेश किया गया और वहां से बेऊर जेल भेज दिया गया।
77 दिन बाद फिर बेऊर जेल पहुंचे छोटे सरकार
करीब 77 दिनों के बाद अनंत सिंह की रात एक बार फिर जेल में कटी है। जनवरी 2025 में मोकामा में गोलीबारी कांड में जेल जाने के 7 महीने के बाद अनंत सिंह 16 अगस्त को रिहा हुए थे। वहीं अब 77 दिनों के बाद ही अनंत सिंह एक बार फिर जेल पहुंच गए हैं। अनंत सिंह फिलहाल 14 दिन के न्यायिक हिरासत में हैं। माना जा रहा है कि चुनाव के बाद अनंत सिंह को पुलिस रिमांड पर लेगी। अनंत सिंह से दुलारचंद यादव की हत्या मामले में पूछताछ की जाएगी। 77 दिनों के बाद बेऊर जेल में छोटे सरकार की रात आराम से गुजरी। अनंत सिंह 4 बजे बेऊर जेल पहुंचे। उन्हें विशेष सुरक्षा वार्ड में दो अन्य आरोपियों के साथ रखा गया है।
आज होंगे दूसरे वार्ड में शिफ्ट
जेल अधीक्षक नीरज कुमार झा ने बताया कि स्थिति की गंभीरता को देखते हुए सोमवार को तीनों को दूसरे वार्ड में शिफ्ट किया जा सकता है। जेल मैनुअल के अनुसार, रविवार को उन्हें जेल में बनी सब्जी-रोटी परोसी गई, जिसे सभी ने खाया। खाना खाने के बाद अनंत सिंह काफी देर तक जगे रहें लेकिन बाद में सो गए। अब पुलिस चुनाव के बाद उन्हें पूछताछ के लिए रिमांड पर लेने की तैयारी कर रही है।
दुलारचंद हत्या मामले में जेल गए अनंत सिंह
गौरतलब हो कि, घटना 30 अक्टूबर की है। जब मोकामा विधानसभा क्षेत्र के तारतर गांव में प्रचार के दौरान जेडीयू प्रत्याशी अनंत सिंह और जन सुराज पार्टी के उम्मीदवार पीयूष प्रियदर्शी के समर्थकों में हिंसक झड़प हो गई थी। इस दौरान गोलीबारी और कार से कुचलने की घटना में जन सुराज समर्थक 75 वर्षीय दुलारचंद यादव की मौत हो गई थी। पुलिस ने इस मामले में दोनों प्रत्याशियों के पक्ष से कुल चार एफआईआर दर्ज की हैं।
डीजीपी का बड़ा बयान
राज्य के डीजीपी विनय कुमार ने रविवार को प्रेस वार्ता में बताया कि मोकामा की यह घटना “राइटिंग मॉब” (दंगाई भीड़) का मामला है। उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों में नेतृत्वकर्ता से लेकर भीड़ में शामिल हर व्यक्ति पर दंगे की सामूहिक जिम्मेदारी तय होती है। इसी आधार पर पूर्व विधायक अनंत सिंह की गिरफ्तारी की गई है और जन सुराज प्रत्याशी पीयूष प्रियदर्शी की गिरफ्तारी भी होगी। डीजीपी ने पुष्टि की कि अनंत सिंह से प्रारंभिक पूछताछ हो चुकी है और आवश्यक हुआ तो उन्हें रिमांड पर लेकर दोबारा पूछताछ की जाएगी।
डीजीपी ने जारी किया सीआईडी का संपर्क नंबर
डीजीपी ने स्पष्ट कहा कि प्रशासन की प्राथमिकता शांतिपूर्ण चुनाव कराना है। उन्होंने लोगों से अपील की कि कोई भी व्यक्ति अफवाहों या उकसावे में आकर उपद्रव न करे। उन्होंने कहा कि “यदि किसी के पास घटना का कोई वीडियो फुटेज या प्रमाण है, तो वह सीआईडी को सौंपें।” इसके लिए उन्होंने सीआईडी के संपर्क नंबर 9031828782 और 9031828826 भी जारी किए। उन्होंने बताया कि सुरक्षा के मद्देनजर CAPF की 13 कंपनियां, STF की दो यूनिट, और पटना पुलिस की चार क्यूआरटी टीम लगातार गश्त और छापेमारी कर रही हैं। अब तक उपद्रव के दौरान तोड़फोड़ में शामिल 81 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, और वीडियो फुटेज के आधार पर अन्य आरोपियों की पहचान की जा रही है।