खाद माफियाओं के 'पाप' का घड़ा फूटा! रातों-रात 83 लाइसेंस रद्द, 31 पर एफआईआर, कृषि विभाग की छापेमारी से मची खलबली

उर्वरक की कालाबाजारी और अधिक दाम पर बिक्री करने वालों के खिलाफ विभाग पूरी तरह आक्रामक मूड में है। विभाग ने स्पष्ट किया है कि किसानों के हक को मारने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। रबी मौसम की शुरुआत से अब तक कुल 31 उर्वरक प्रतिष्ठानों पर प्राथमिकी (FIR) द

Patna - बिहार कृषि विभाग ने खाद की कालाबाजारी और तस्करी के खिलाफ अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई की है। 24 दिसंबर तक प्रदेश के विभिन्न जिलों में  83 उर्वरक प्रतिष्ठानों के लाइसेंस रद्द किए जा चुके हैं और कई पर एफआईआर दर्ज हुई है।

भ्रष्ट कारोबारियों पर विभाग का 'हथौड़ा'

राज्य में उर्वरक की कालाबाजारी और अधिक दाम पर बिक्री करने वालों के खिलाफ विभाग पूरी तरह आक्रामक मूड में है। विभाग ने स्पष्ट किया है कि किसानों के हक को मारने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। रबी मौसम की शुरुआत से अब तक राज्य में कुल 31 उर्वरक प्रतिष्ठानों पर प्राथमिकी (FIR) दर्ज की गई है। वहीं, अनियमितता पाए जाने पर 83 प्रतिष्ठानों का लाइसेंस तुरंत प्रभाव से रद्द कर दिया गया है। यह कार्रवाई 24 दिसंबर तक की रिपोर्ट के आधार पर की गई है। 

पंकज कुमार का सीधा संदेश: जेल जाएंगे कालाबाजारी करने वाले

कृषि विभाग के प्रधान सचिव पंकज कुमार ने बताया कि विभाग को खाद की बिक्री में गड़बड़ी की लगातार शिकायतें मिल रही थीं। इसके बाद विशेष 'उड़नदस्ता दल' का गठन किया गया, जो लगातार छापेमारी कर रहा है। उन्होंने साफ चेतावनी दी है कि स्टॉक में हेराफेरी या तस्करी मिलने पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। 

पाश (PoS) मशीन बनाम फिजिकल स्टॉक की जांच शुरू

गुरुवार से विभाग ने एक विशेष सत्यापन अभियान शुरू किया है जो शुक्रवार तक चलेगा। इसमें उर्वरक प्रतिष्ठानों की पाश (PoS) मशीन में दर्ज मात्रा और दुकान में उपलब्ध भौतिक स्टॉक का मिलान किया जा रहा है। अगर डिजिटल और फिजिकल स्टॉक में थोड़ा भी अंतर मिला, तो प्रतिष्ठान के खिलाफ ऑन-द-स्पॉट कार्रवाई तय है। 

एसएसबी के साथ मिलकर 'तस्करी' पर लगाम

बिहार के सीमावर्ती जिलों से खाद की तस्करी को रोकने के लिए विभाग ने एसएसबी (SSB) के साथ समन्वय बनाया है। बॉर्डर इलाकों में कड़ी निगरानी रखी जा रही है ताकि राज्य के किसानों के हिस्से की खाद दूसरे देशों या राज्यों में न जा सके। 

आंकड़ों में खाद का सच: भंडार पर्याप्त

विभाग ने जिलों में खाद की कमी की अफवाहों को खारिज करते हुए स्टॉक की स्थिति सार्वजनिक की है। 24 दिसंबर की स्थिति के अनुसार राज्य में: | उर्वरक का प्रकार | उपलब्ध स्टॉक (लाख टन) | | :--- | :--- | | यूरिया - 2.37 | | डीएपी - 1.23 | | एनपीके - 2.10 | | एसएसपी - 1.11 | | एमओपी - 0.40 | 

क्या अगली बारी आपके क्षेत्र के डीलर की है?

विभाग की जांच टीमें अभी रुकी नहीं हैं। उड़नदस्ता दल गुप्त रूप से कई अन्य बड़े प्रतिष्ठानों की निगरानी कर रहा है। सूत्रों की मानें तो शुक्रवार शाम तक रद्द होने वाले लाइसेंसों की संख्या 100 के पार पहुंच सकती है। कई बड़े डीलर अब इस डर से अपनी दुकानें बंद कर रहे हैं कि कहीं रिकॉर्ड में हेराफेरी पकड़ी न जाए।