Mujahid Alam Joins RJD: बिहार विधानसभा चुनाव के पहले नीतीश को लगा बड़ा झटका!JDU के इस बेहद करीबी नेता ने छोड़ी पार्टी, थाम लिया RJD का दामन

Mujahid Alam Joins RJD: पूर्व जेडीयू विधायक मास्टर मुजाहिद आलम ने वक्फ संशोधन कानून के विरोध में पार्टी छोड़ दी है। अब वे आरजेडी में शामिल हो रहे हैं। जानिए पूरी कहानी और राजनीतिक समीकरण।

मास्टर मुजाहिद आलम ने छोड़ी JDU- फोटो : SOCIAL MEDIA

Mujahid Alam Joins RJD: बिहार की राजनीति में एक बार फिर हलचल मच गई है। कोचाधामन विधान सभा क्षेत्र से पूर्व विधायक मास्टर मुजाहिद आलम ने 15 वर्षों का जेडीयू से नाता तोड़ दिया है। इसके पीछे सबसे बड़ा कारण वक्फ संशोधन कानून को लेकर जेडीयू का समर्थन रहा है।

मुजाहिद आलम ने साफ कहा कि केंद्र सरकार के इस कानून को लागू करने में जेडीयू की भूमिका से वे बेहद आहत हुए।उन्होंने कहा कि हमने जनता के लिए काम किया, लेकिन वक्फ कानून में संशोधन ने मुस्लिम समुदाय के हितों पर सीधा प्रहार किया है। ऐसे में जेडीयू में बने रहना अब संभव नहीं था।"

आरजेडी में शामिल होने का औपचारिक एलान कब और कहां?

अब सभी अटकलों पर विराम लगाते हुए यह तय हो गया है कि मास्टर मुजाहिद आलम राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) में शामिल होंगे।

तारीख: 28 जुलाई

स्थान: कोचाधामन

प्रमुख उपस्थिति: नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव

तेजस्वी यादव खुद उन्हें पार्टी में शामिल करवाने कोचाधामन पहुंचेंगे।

कोचाधामन में नए राजनीतिक समीकरण: इजहार अस्फी बनाम मुजाहिद आलम?

वर्तमान में कोचाधामन से इजहार अस्फी आरजेडी विधायक हैं, जो पहले एआईएमआईएम से चुने गए थे और बाद में आरजेडी में शामिल हुए।अब जब मुजाहिद आलम भी आरजेडी में शामिल हो रहे हैं, तो यह देखना दिलचस्प होगा कि:क्या इजहार अस्फी अपनी सीट छोड़ेंगे?या फिर पार्टी दोनों नेताओं के बीच सामंजस्य बनाएगी?

क्या आगामी चुनाव में इंडी गठबंधन के तहत मुजाहिद आलम प्रत्याशी बनेंगे?

राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि कोचाधामन सीट अब हाईप्रोफाइल बन गई है।मास्टर मुजाहिद आलम की राजनीती की शुरुआत जेडीयू से हुई थी।15 साल तक कोचाधामन से विधायक रहे। नीतीश कुमार के करीबी रहे। कई विकास कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वक्फ संशोधन कानून के विरोध में पार्टी से इस्तीफा दे दिया।

पटना में तेजस्वी यादव से मुलाकात: नई शुरुआत की तैयारी

मास्टर मुजाहिद आलम ने पटना में तेजस्वी यादव से शिष्टाचार मुलाकात की है।इस बैठक में दोनों नेताओं ने आगामी रणनीति पर चर्चा की।यह बैठक राजनीतिक संकेत देती है कि आने वाले दिनों में आरजेडी में बड़े बदलाव और नए चेहरे शामिल हो सकते हैं।