बिहार पर मौसम की मार, बिजली गिरने और मूसलाधार बारिश का डर, IMD ने चेताया, घर से बाहर निकलने से बचें, 7 अक्टूबर तक होगी भारी बारिश

Bihar Mausam: बिहार के कई ज़िलों में आसमान से आफत बरसने का अंदेशा गहराता जा रहा है। बिहार मौसम सेवा केंद्र ने साफ़ चेतावनी दी है कि ठनका गिरने की संभावना बेहद प्रबल है, लिहाज़ा लोग सतर्क रहें और अनावश्यक बाहर निकलने से बचें।

बिहार पर मौसम की मार- फोटो : Meta

Bihar Mausam: बिहार के मौसम का मिजाज बदला हुआ है। पटना में शुक्रवारसे हीं आसमान पर काले बादलों का साम्राज्य नजर आ रहा है और रिमझिम बारिश का दौर जारी है। शनिवार की सुबह से हीं तेज हवाओं के साथ फुहारे पड़ रहे हैं। मौसम सुहाना हो गया है। वहीं उत्तर बिहार के कई ज़िलों में आसमान से आफत बरसने का अंदेशा गहराता जा रहा है। बिहार मौसम सेवा केंद्र, पटना ने हालात की गंभीरता को देखते हुए मुजफ्फरपुर, वैशाली, सारण और भोजपुर ज़िले के लिए तात्कालिक रेड अलर्ट जारी कर दिया है।

बताया जा रहा है कि इन इलाक़ों में तेज़ आंधी, वज्रपात और मूसलाधार बारिश का सिलसिला शनिवार को चरम पर रह सकता है। इतना ही नहीं, दरभंगा और मधुबनी में भी कई जगहों पर झमाझम बरसात का क़हर टूटने वाला है। बिहार मौसम सेवा केंद्र ने साफ़ चेतावनी दी है कि ठनका गिरने की संभावना बेहद प्रबल है, लिहाज़ा लोग सतर्क रहें और अनावश्यक बाहर निकलने से बचें।

पटना समेत मध्य बिहार के अन्य हिस्सों पर भी बादलों का क़ब्ज़ा है। यहाँ भी तेज़ हवाओं के साथ बारिश का सिलसिला दिनभर जारी रह सकता है। वहीं सुपौल, सारण और मुजफ्फरपुर ज़िले के लिए ऑरेंज अलर्ट घोषित किया गया है। उधर, अररिया, पूर्णिया, मधेपुरा, सहरसा, समस्तीपुर, सीवान और गोपालगंज जैसे ज़िलों में भारी बारिश के आसार हैं। शेष बिहार में कहीं हल्की, कहीं मूसलाधार बारिश से लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त होने वाला है।

मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक़, बंगाल की खाड़ी में उठा डीप डिप्रेशन इस पूरे हालात का कारण है। पिछले दो-तीन दिनों से मॉनसूनी गतिविधियाँ फिर से सक्रिय हो गई हैं और नतीजा यह है कि बिहार में चारों ओर झमाझम बारिश हो रही है। शुक्रवार को भी पटना समेत 14 ज़िलों में हल्की से मध्यम बारिश हुई थी, जिससे तापमान में गिरावट दर्ज की गई, लेकिन नमी बढ़ने के कारण न्यूनतम तापमान ऊपर चला गया।

सिर्फ़ शनिवार ही नहीं, रविवार को भी पूरे राज्य में आंधी-पानी के हालात बने रहेंगे। सतही हवा की रफ़्तार 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुँच सकती है। गया, औरंगाबाद और अरवल में शुक्रवार की देर रात से ही ऐसी स्थिति बनी रही।

बिहार मौसम सेवा केंद्र  ने साफ़ कहा है कि अभी कम से कम 7 अक्टूबर तक यही हालात बने रहेंगे। उसके बाद बारिश की तीव्रता में कुछ कमी आने की संभावना है। तब तक बिहार के लोगों को मौसम की इस मार से दो-चार होना ही पड़ेगा।