Bihar Weather: पटना सहित कई जिलों में हुई राहत की बारिश, आज इन जिलों के लिए अलर्ट जारी, बिहार में अब तक 50% कम बरसे बादल

Bihar Weather: बिहार में मानसून कमजोर पड़ रहा है। वहीं बीती रात पटना सहित कई इलाकों में झमाझम बारिश हुई जिससे उमस के बीच लोगों को राहत मिली। हालांकि प्रदेश में अब भी 50 प्रतिशत कम बारिश हुई है।

बिहार में राहत वाली बारिश - फोटो : प्रतीकात्मक

Bihar Weather: बिहार में मानसून कमजोर पड़ रहा है। मानसून के सक्रियता कम होने के कारण बारिश का दौर थम गया है। वहीं बुधवार को पूरे दिन भीषण गर्मी के बाद रात में राहत वाली बारिश हुई। करीब रात 8.45 बजे से झमाझम बारिश ने लोगों को राहत मिली। दरअसल, पटना समेत आसपास के इलाकों में सुबह से ही बादलों की आवाजाही जारी थी। जिसे झारखंड की ओर बने सिस्टम का सहयोग मिला और करीब 20 मिनट तक तेज बारिश हुई। 

15 मिमी बारिश रिकॉर्ड 

पटना में 15 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। वहीं वैशाली, मुजफ्फरपुर, सीवान समेत कुछ अन्य जिलों में भी बारिश ने लोगों को उमस से कुछ देर के लिए निजात दिलाई। हालांकि राज्य में इस बीच मानसून की रफ्तार सुस्त पड़ गई है। जगह-जगह बादलों का डेरा तो है लेकिन पर्याप्त वर्षा नहीं हो रही। 

आज भी रहेगा बादलों का डेरा 

मौसम विभाग की मानें तो गुरुवार को पटना समेत आसपास के इलाकों में बादल छाए रह सकते हैं और कुछ जगहों पर गरज के साथ हल्की बारिश होने की संभावना है। रोहतास, औरंगाबाद, गया, नवादा, जमुई व बांका में 30-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा भी चल सकती है।

किसानों की बढ़ी 

दूसरी ओर कृषि प्रधान राज्य बिहार में जहां अभी बड़े पैमाने पर धान की रोपनी होनी चाहिए थी तो वहीं मानसून की बेरुखी ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। ताजा सरकारी आंकड़ों के अनुसार राज्य में अब तक सामान्य से करीब 50 फीसदी कम बारिश हुई है। सहरसा, सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर समेत करीब 20 जिलों में सूखे जैसे हालात बन गए हैं।

उत्पादन में 12 लाख टन की गिरावट की आशंका

कम बारिश का सीधा असर धान की रोपनी पर पड़ रहा है। राज्य में कृषि विभाग ने इस साल 37.45 लाख हेक्टेयर में धान की खेती का लक्ष्य रखा है, लेकिन अब तक महज 1.2 लाख हेक्टेयर में ही रोपनी हो सकी है यानी लक्ष्य का सिर्फ 3 फीसदी ही पूरा हो पाया है। कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि इस स्थिति में धान के उत्पादन में 15 फीसदी तक की गिरावट आ सकती है। इससे करीब 12 लाख टन कम धान पैदा होने की आशंका है।

आगे कैसा रहेगा मौसम?

मौसम विभाग की मानें तो 10 से 14 जुलाई तक मानसून कमजोर रहने की संभावना है। इस दौरान राज्य में मौसम सामान्य तौर पर शुष्क रहेगा। कुछ एक जगहों पर हल्की फुहारें पड़ सकती हैं। अधिकतम तापमान 34-35 डिग्री सेल्सियस, न्यूनतम 26-28 डिग्री सेल्सियस, सुबह की आर्द्रता 80-85%, जबकि दोपहर में 45-55% तक रहने की उम्मीद है। पूर्वा हवा औसतन 4-8 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चलेगी।