बिहार चुनावी साल में बीजेपी का 'सौगात ए मोदी' अभियान, वक्फ बोर्ड बिल पर मुस्लिम संगठन कर रहे विरोध, क्या होगा असर जानें
BJP saugat e modi kit: बिहार चुनावी साल में बीजेपी का 'सौगात ए मोदी' अभियान, जिसमें गरीब मुस्लिमों को किट वितरित किए जा रहे हैं। वक्फ बोर्ड संशोधन बिल पर मुस्लिम संगठन और विपक्ष विरोध कर रहे हैं।

BJP saugat e modi kit distribution: बिहार में इस साल विधानसभा चुनाव के मद्देनजर राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई हैं। जहां एक तरफ केंद्र सरकार के वक्फ बोर्ड संशोधन बिल का विरोध मुस्लिम संगठन कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने मुसलमानों को लुभाने के लिए एक नई योजना शुरू की है। इस योजना के तहत, भाजपा ने गरीब मुस्लिमों को 'सौगात ए मोदी' किट देने की शुरुआत की है, जिसमें खाने-पीने की चीजों के साथ कपड़े और ड्राई फ्रूट्स जैसी चीजें शामिल हैं।
'सौगात ए मोदी' किट वितरण अभियान
पटना में बीजेपी नेताओं ने हाई कोर्ट मजार पर मुस्लिम महिलाओं और जरूरतमंद लोगों को यह किट वितरित की। बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के पदाधिकारियों को इसकी जिम्मेदारी दी गई है। पार्टी की योजना के अनुसार, देशभर में 32 लाख गरीब मुस्लिमों को यह किट बांटने का लक्ष्य रखा गया है। इसकी शुरुआत दिल्ली से की गई थी, और अब बिहार में भी इसे तेजी से बढ़ाया जा रहा है।
चुनावी राजनीति और विपक्ष का हमला
वहीं, दूसरी ओर बिहार में वक्फ बोर्ड संशोधन बिल को लेकर मुस्लिम संगठनों का विरोध जोर पकड़ रहा है। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड समेत कई मुस्लिम संगठन मोदी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी सिलसिले में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव, पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव और प्रशांत किशोर जैसे बड़े नेता भी प्रदर्शन में शामिल हुए।
मुस्लिम मतदाताओं को साधने की होड़
इस साल अक्टूबर-नवंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दल मुस्लिम मतदाताओं को अपने पक्ष में लाने की कोशिश में लगे हैं। जहां विपक्ष वक्फ बोर्ड संशोधन बिल को लेकर मोदी सरकार पर हमला बोल रहा है, वहीं बीजेपी सौगात ए मोदी किट के माध्यम से गरीब मुस्लिमों के बीच अपनी उपस्थिति दर्ज कराने की कोशिश कर रही है। इसके अलावा, जेडीयू, आरजेडी और लोजपा जैसी पार्टियां रमजान के महीने में इफ्तार पार्टियों का भी आयोजन कर रही हैं, जिससे मुस्लिम समुदाय के लोगों तक पहुँच बनाई जा सके।