प्रचंड जीत के बाद एक्शन में भाजपा पूर्व केंद्रीय मंत्री आरके सिंह को किया निलंबित

पूर्व केंद्रीय मंत्री आरके सिंह को पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में निलंबित कर दिया है. पार्टी ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए एक सप्ताह के भीतर जवाब मांगा है.

भाजपा पूर्व केंद्रीय मंत्री आरके सिंह को किया निलंबित- फोटो : NEWS 4 NATION

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की बिहार इकाई ने पूर्व केंद्रीय मंत्री और पूर्व सांसद आरके सिंह को ‘पार्टी विरोधी गतिविधियों’ में शामिल होने के आरोप में निलंबित कर दिया है। पार्टी ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए एक सप्ताह के भीतर जवाब मांगा है। नोटिस में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि उनकी गतिविधियाँ अनुशासनहीनता के दायरे में आती हैं, जिससे पार्टी को नुकसान हुआ है। बताया गया है कि लोकसभा चुनाव के दौरान और उसके बाद भी आरके सिंह के बयान लगातार पार्टी लाइन से इतर रहे थे, जिसने उन्हें सुर्खियों में रखा और अंततः पार्टी को यह कड़ा कदम उठाना पड़ा।

आरके सिंह को भेजे गए नोटिस में भाजपा ने अपनी बात दोहराते हुए कहा है कि, "आप पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त हैं। यह अनुशासन के दायरे में आता है। पार्टी ने इसे गंभीरता से लिया है। इससे पार्टी को नुकसान हुआ है।" इसलिए उन्हें तत्काल प्रभाव से पार्टी से निलंबित किया जा रहा है और पूछा गया है कि उन्हें पार्टी से निष्कासित क्यों न किया जाए। सिंह को यह पत्र प्राप्त होने के एक सप्ताह के भीतर अपनी स्थिति स्पष्ट करने को कहा गया है। यह कार्रवाई तब हुई जब आरके सिंह, जो आरा से 2024 का चुनाव हार गए थे, लगातार भाजपा और सरकार की आलोचना कर रहे थे और एनडीए नेतृत्व व बिहार सरकार पर गंभीर आरोप लगा रहे थे।

आरके सिंह के साथ ही, भाजपा ने कटिहार के निवासी एमएलसी अशोक अग्रवाल को भी निलंबित कर दिया है। अशोक अग्रवाल पर यह कार्रवाई इसलिए की गई क्योंकि उनके बेटे सौरभ अग्रवाल ने कटिहार विधानसभा क्षेत्र से महागठबंधन के उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा था। आरके सिंह, जो पूर्व में गृह सचिव और मनमोहन सिंह के कार्यकाल में पूर्व राजनयिक रह चुके हैं, 2013 में भाजपा में शामिल हुए थे। वह 2014 और 2019 में आरा से दो बार सांसद चुने गए और 2017 में उन्हें मोदी सरकार में ऊर्जा मंत्री भी बनाया गया था। हालांकि, 2024 के लोकसभा चुनाव में वे अपनी सीट हार गए, जिसके बाद से ही उनकी ओर से पार्टी की आलोचना शुरू हो गई थी।