Bihar Teacher News: BPSC TRE-3 भर्ती में हुआ है बड़का खेला, गड़बड़ी जान आप भी पकड़ लेंगे माथा, ये क्या हो रहा...

Bihar Teacher News: BPSC TRE-3 भर्ती में बड़ी गड़बड़ी सामने आई है। जिसके कारण अब शिक्षक अभ्यर्थियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। आइए जानते हैं पूरा मामला क्या है...

न्यूज डेस्क |
Edited By : SAKSHI KUMARI |
Mar 20 2025 2:30 PM
BPSC TRE 3
BPSC TRE 3 recruitment Big fraud- फोटो : social media

Bihar Teacher News: बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की शिक्षक भर्ती परीक्षा (TRE 3) में बड़ी गड़बड़ी सामने आई है। अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग तो एक विषय में हुई, लेकिन नियुक्ति पत्र किसी और विषय में दिया गया। कई अभ्यर्थियों की आरक्षण श्रेणी भी बदल दी गई, जिससे वे अब शिक्षा विभाग के चक्कर काटने को मजबूर हैं। शिक्षा विभाग के इस गड़बड़ी को देख शिक्षक भी माथा पकड़ लिए हैं। 

हिंदी विषय की काउंसिलिंग, लो विजन का नियुक्ति पत्र

अभ्यर्थियों का आरोप है कि शिक्षक भर्ती में विषय और श्रेणी दोनों बदल दिए गए हैं। हाई स्कूलों में जिन शिक्षकों की नियुक्ति हुई, उन्हें अलग-अलग दिव्यांगता विषय में नियुक्ति पत्र जारी कर दिया गया। वहीं, कई अभ्यर्थियों की आरक्षण श्रेणी भी बदल गई।BPSC TRE 3 के तहत नियुक्त शिक्षकों को 9 मार्च को जॉइनिंग लेटर मिला, लेकिन उसमें कई विसंगतियां सामने आईं। कुछ अभ्यर्थियों को पिछड़ा वर्ग से निकालकर सामान्य श्रेणी में डाल दिया गया। मुजफ्फरपुर समेत बिहार के कई जिलों में दर्जनों अभ्यर्थियों के साथ यह मामला देखने को मिला।

 काउंसिलिंग के बाद हुआ खेला 

बीपीएससी से एक शिक्षिका का कहना है कि उनकी काउंसिलिंग पिछड़ा वर्ग (BC) कोटि में हिंदी विषय के लिए हुई थी, लेकिन नियुक्ति पत्र में उन्हें सामान्य श्रेणी में दिव्यांगता विषय में डाल दिया गया। एक अन्य अभ्यर्थी ने बताया कि काउंसिलिंग के समय उनका विषय अंग्रेजी था, लेकिन नियुक्ति पत्र में दिव्यांगता विषय कर दिया गया। अभ्यर्थियों का सवाल है कि जब काउंसिलिंग पत्र के आधार पर ही नियुक्ति पत्र जारी किया जाता है, तो इतनी बड़ी गड़बड़ी कैसे हो गई?

विभाग ने दिया आश्वासन

शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि जिन अभ्यर्थियों के नियुक्ति पत्र में गड़बड़ी हुई है, उन्हें जल्द सुधार कर सही नियुक्ति पत्र दिए जाएंगे। बिहार सरकार ने शिक्षक भर्ती के लिए बड़े स्तर पर भर्तियां की हैं। BPSC के माध्यम से अब तक तीन चरण पूरे हो चुके हैं, जबकि चौथे चरण (TRE 4) की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। सरकार का लक्ष्य स्कूलों में छात्र-शिक्षक अनुपात सुधारने और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करने का है। लेकिन नियुक्ति पत्रों में हो रही गड़बड़ियों से अभ्यर्थियों में असंतोष बढ़ता जा रहा है।

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