Bihar Politics: राहुल का तेजस्वी को बड़ा झटका, 76 सीटों पर विधानसभा चुनाव लड़ेगी कांग्रेस! इस दिन 38 सीटों के उम्मीदवारों का होगा ऐलान, हरी झंडी का इंतजार नहीं...
Bihar Politics: बिहार विधानसभा चुनाव में अब कुछ ही समय बचा है। ऐसे में सीट शेयरिंग को लेकर सियासी हलचल देखने को मिल रहा है। इसी बीच कांग्रेस ने 76 सीटों पर तैयारी शुरु कर दिया है, 38 सीटों पर जल्द ही उम्मीदवारों की भी घोषणा होगी..
Bihar Politics: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले सीट शेयरिंग को लेकर एनडीए और महागठबंधन में खींचातानी देखने को मिल रहा है। जहां अभी एनडीए में सीट बंटवारे को लेकर कुछ भी फाइनल नहीं हुआ है तो वहीं दूसरी ओर महागठबंधन में भी सीट बंटवारे में सियासी पेंच फंसता नजर आ रहा है। कांग्रेस में बिहार में अपनी स्थिति मजबूत करने की मुहिम खोल दी है। कांग्रेस नेता लगातार बैठक और दौरा कर रहे हैं। इसी बीच बड़ी खबर सामने आ रही है। जानकारी अनुसार कांग्रेस ने कई सीटों पर तैयारी शुरु कर दी है।
कांग्रेस की 76 सीटों पर तैयारी
सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार बिहार कांग्रेस ने 76 सीटों पर तैयारी शुरू कर दी है। इनमें से 38 सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान जल्द किया जाएगा। खास बात यह है कि कांग्रेस इसके लिए आरजेडी की हरी झंडी का इंतजार नहीं करेगी। आज दिल्ली में पार्टी की महत्वपूर्ण बैठक होनी है, जिसमें बिहार कांग्रेस के कई नेता शामिल होंगे।
सीएम फेस पर जनता करेगी फैसला
बता दें कि, चुनाव से पहले महागठबंधन में सीट बंटवारे और मुख्यमंत्री पद के चेहरे को लेकर खींचतान तेज हो गई है। कांग्रेस ने साफ कर दिया है कि तेजस्वी यादव को फिलहाल सीएम चेहरा घोषित नहीं किया जाएगा, बल्कि इसका फैसला जनता करेगी। पार्टी के इस रुख से आरजेडी की नाराजगी की खबरें सामने आ रही हैं।
बिहार अधिकार यात्रा पर तेजस्वी
कांग्रेस का दावा है कि राहुल गांधी की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ से बिहार में उसका जनाधार मजबूत हुआ है। इसी वजह से पार्टी अब सीटों के साथ-साथ उपमुख्यमंत्री पद की भी मांग कर रही है। इधर, कांग्रेस की इस बढ़ती सक्रियता के बीच तेजस्वी यादव ‘बिहार अधिकार यात्रा’ पर निकल पड़े हैं, जिसे कांग्रेस की रणनीति का जवाब माना जा रहा है।
कांग्रेस का दावा
कांग्रेस चाहती है कि सीट बंटवारे में ‘अच्छी’ और ‘खराब’ सीटों का संतुलन हो। 2020 में जीती गई 19 सीटें और वे सीटें जहां पार्टी 5 हजार वोटों से हारी थी उसे मिलनी चाहिए। कुल मिलाकर कांग्रेस इस बार भी करीब 70 सीटों पर दावा ठोक रही है। राजद की बात करें तो राजद 2020 में 144 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 75 सीट जीती था। अब भी करीब 90 सीटों पर राजद की पकड़ अच्छी है।
अन्य सहयोगियों ने भी बढ़ाई टेंशन
दूसरी ओर महागठबंधन में इस बार सिर्फ कांग्रेस और आरजेडी ही नहीं, बल्कि लेफ्ट पार्टियां (CPI, CPM, CPI-ML), झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM), पशुपति पारस की RLJP और मुकेश सहनी की वीआईपी भी शामिल हैं। सभी दल अपनी-अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने की कोशिश में हैं। खासकर CPI-ML, जिसने 2020 में 19 सीटों पर चुनाव लड़ा और 12 जीती थी, वह भी अपना दावा मजबूती से रख रही है।