Dussehra 2025: मोकामा में रावण, मेघनाथ और कुम्भकर्ण का किया गया पुतला दहन, देखने के लिए उमड़ा जनसैलाब
Dussehra 2025: दशहरा को लेकर पटना के साथ मोकामा और पालीगंज में भी रावण, मेघनाथ और कुम्भकर्ण का पुतला दहन किया गया. जिसे देखने के लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी.......पढ़िए आगे
PATNA : असत्य पर सत्य के विजय दशहरा पर मोकामा में अन्याय, अहंकार, असत्य का प्रतीक रावण, कुंभकर्ण, मेघनाद के पुतलों का दहन हुआ। विजयादशमी पर आयोजित रावण दहन समारोह का आयोजन गुरुवार को पटना के मोकामा में किया गया। मोकामा के एसकेएम स्कूल परिसर में हुए आयोजन में आकर्षक राम दरबार झांकी सजाई गई। रावण का पुतला 60 फीट का जबकि कुंभकर्ण और मेघनाद के पुतले 55-55 फीट के रहे जिन्हें जय श्री राम के उद्घोष के बीच दहन किया गया। समारोह के मुख्य अतिथि पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय के कुलपति उपेंद्र प्रसाद सिंह रहे। वहीं विशिष्ट अतिथि सीआरपीएफ ग्रुप केंद्र मोकामा घाट में पदस्थापित डीआईजी रविन्द्र भगत ने रावण, कुंभकर्ण, मेघनाद को अन्याय, अहंकार असत्य का प्रतीक करार दिया। उन्होंने कहा कि रावण दहन इसका सूचक है कि हमें सत्मार्ग को नहीं छोड़ना चाहिए। मातृ शक्ति के सम्मान के पर्व नवरात्र से उन्होंने सबको प्रेरणा लेने की अपील की।
स्वागताध्यक्ष वरीय लेखापरीक्षक देवेन्द्र प्रसाद सिंह ने स्वागत किया. वहीं समारोह की अध्यक्षता श्रीकांत सिंह (शिक्षक) ने किया। इसके पूर्व श्री राम दरबार झांकी की शुरुआत तपस्वी जी ठाकुरबाड़ी से हुई और नगर भ्रमण उपरांत शाम 5 बजे राम-रावण युद्ध हुआ। दरअसल मोकामा में वर्ष 1980 के दशक में रावण दहन समारोह की शुरुआत हुई थी। राजधानी पटना के बाद जिले में मोकामा ही एक मात्र शहर है जहां हर वर्ष रावण दहन समारोह होता है। रावण वध समारोह समिति के सचिव सुदर्शन सहित पूरी समिति ने आयोजन की सफलता में अहम भूमिका निभाई। बाढ़ एसडीएम चंदन कुमार के नेतृत्व में पुलिस- प्रशासन ने सारी व्यवस्था संभाली। वहीं करीब आधे घंटे तक हुई आतिशबाजी के बीच असत्य पर सत्य के विजय दशहरा पर एक साथ लाखों ने जय श्री राम के नारे लगाए।
वहीँ पटना जिले के पालीगंज अनुमंडल क्षेत्र के सिंगोड़ी थाने क्षेत्र के सिंगोड़ी गांव स्थित उच्च विद्यालय के खेल मैदान पर अखिल भारतीय नवयुवक संघ दुर्गा पूजा समिति सह लंका दहन समारोह में बिहार सरकार के विकास आयुक्त एस सिद्धार्थ मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचकर कर आयोजित इस कार्यक्रम का फीता काट कर उद्घाटन किया। इसके बाद लंका दहन कार्यक्रम में बुराई का प्रतीक और असत्य पर सत्य विजय के रूप मनाया जाने वाला विजयादशमी पर रावण और कुंभकर्ण की पुतला दहन किया। इस अवसर पर बड़े पैमाने हजारों की संख्या में स्थानीय लोग मौजूद रहे। इस अवसर पर मुख्य अतिथि रहे बिहार सरकार के विकास आयुक्त एस सिद्धार्थ ने उपस्थित सैकड़ों लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि यह पर्व अधर्म पर धर्म और असत्य पर सत्य विजय के प्रतीक के रूप में मनाया जाने वाला यह पवित्र त्यौहार विजयादशमी पर आप सभी बहुत बहुत हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देता हूं। साथ ही उन्होंने इस पर चंदोष पंचायत को विकसित करने के साथ पालीगंज को जोकि राजधानी पटना से सटा हुआ है इसको एक ग्रेटर पालीगंज के रूप में एक अलग तरह से विकसित करने की आश्वाशन दिया।
इससे पहले उन्होंने फीता काट कर अन्य अतिथियों का साथ इस समारोह का उद्घाटन किया। इस अवसर पर पालीगंज अनुमंडल पदाधिकारी गरिमा लोहिया, सीडीपीओ राजीव चंद्र सिंह, समेत बड़े पैमाने प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे। साथ ही भाजपा नेता पंकज शर्मा, अश्वनी सिंह, राजनीति एवं सामाजिक कार्यकर्ता अरविंद कुमार, सुभाष पासवान, देवलगन दास, अमरजीत दास, कृष्णा प्रसाद समेत कई विशिष्ट अतिथि मौजूद। वहीं दूसरी तरफ इस कार्यक्रम को सफल बनाने में अखिल भारतीय नवयुवक संघ के अध्यक्ष उमेश पटेल, उपाध्यक्ष बलराज कुमार विमल पटेल, संयोजक सुदर्शन पासवान, संजय कुमार, मनीष कुमार, गुड्डू पासवान, धर्मवीर पासवान ने अहम भूमिका निभाई। इस अवसर पर हजारों की संख्या में पूरे पालीगंज अनुमंडल क्षेत्र के विभिन्न गांवों से बड़े पैमाने लंका दहन को देखने के लिए जनसैलाब उमड़ पड़ी। वहीं पालीगंज अनुमंडल प्रशाशन द्वारा सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए थे।
वहीँ बरसों से सहरसा के एम.एल.टी. कॉलेज ग्राउंड में विजयादशमी के अवसर पर पूर्वांचल दुर्गा पूजा समिति द्वारा रावण दहन का आयोजन किया जाता रहा है। इस वर्ष भी परंपरा के अनुरूप कार्यक्रम आयोजित हुआ। दिनभर खराब मौसम के कारण आयोजन को लेकर असमंजस की स्थिति बनी रही। लोगों को लगा कि कार्यक्रम स्थगित हो जाएगा, लेकिन देर शाम मौसम साफ हुआ और प्रशासन ने आयोजन की अनुमति दे दी। हजारों की भीड़ पानी से भरे ग्राउंड में घंटों इंतजार करती रही, लेकिन लोगों के उत्साह में कोई कमी नहीं आई। जैसे ही शाम ढली, रावण के पुतले को एक जलते तीर से आग लगाई गई। चंद ही क्षणों में रावण दहक उठा और पटाखों की गड़गड़ाहट के बीच विशाल पुतला राख में बदल गया। लोगों ने इसे अहंकार पर विजय का प्रतीक मानते हुए उल्लासपूर्वक जश्न मनाया और फिर परिवार सहित घर लौट गए। मौके पर मौजूद थे अनुमंडल पदाधिकारी श्रीयांश तिवारी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी श्री आलोक कुमार सहरसा, साईबर डीएसपी श्री अजीत कुमार सहरसा एवं अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।
मोकामा से प्रियदर्शन, सहरसा से दिवाकर और पालीगंज से अमलेश की रिपोर्ट