Bihar News:चार दिन की भूख, बेटों का जुल्म और गंगा में छलांग! पढ़िए बुजुर्ग दंपति की दर्दनाक कहानी

Bihar News: लखनाथ घाट पर ऐसा ही दिल को चीर देने वाला मंजर सामने आया जहां एक बुज़ुर्ग दंपत्ति को अपनी ही औलादों की बेरुख़ी ने इस कदर तोड़ दिया कि जिंदगी से मोह ही जाता रहा।..

संस्कारों की चिता पर रिश्तों की राख!- फोटो : social Media

Bihar News:जब ज़िंदगी का आख़िरी सहारा भी कंधा न दे, तो इंसान क्या करे? बिहार के पटना से सटे बाढ़ के अलखनाथ घाट पर ऐसा ही दिल को चीर देने वाला मंजर सामने आया  जहां एक बुज़ुर्ग दंपत्ति को अपनी ही औलादों की बेरुख़ी ने इस कदर तोड़ दिया कि ज़िंदगी से मोह ही जाता रहा।

धीरज चौधरी और उनकी पत्नी मानती देवी  नालंदा के सिलाव थाना क्षेत्र के भानु बीघा गांव के रहने वाले हैं। कभी जिस जमीन पर उन्होंने अपने बच्चों के लिए पसीना बहाया, वही ज़मीन आज उनके लिए दो वक्त की रोटी भी न दे सकी।धीरज चौधरी का आरोप है कि उनके बेटों ने ज़मीन बेच खाई और उन्हें भूखा मरने को छोड़ दिया।

चार दिनों तक भूखे पेट तड़पते रहे  ना कोई पूछने आया, ना कोई सहारा बना।रविवार की सुबह, जब सब्र का बांध आख़िरी बार टूटा, तो ये बुज़ुर्ग दंपत्ति गंगा किनारे पहुंचे और तेज़ धार में छलांग लगा दी।

घाट पर मौजूद लोगों ने हिम्मत दिखाई  बुज़ुर्ग धीरज को किसी तरह बाहर निकाल लिया गया। लेकिन मानती देवी गंगा की आग़ोश में समा गईं।उनकी तलाश अब भी जारी है, लेकिन उम्मीदें अब बस एक औपचारिकता लगती हैं।

धीरज को स्थानीय पुलिस ने अनुमंडल अस्पताल में भर्ती कराया है। उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है, मगर दिल शायद हमेशा के लिए टूट चुका है।ये हादसा सिर्फ़ एक परिवार की नहीं, पूरे समाज की ज़मीर पर चोट है।जब अपने ही बेटे माँ-बाप को दो रोटियां देने में कंजूसी करें, जब संपत्ति के लिए रिश्ते मिट्टी में मिला दिए जाएं  तो समझिए इंसानियत अपने सबसे अंधे मोड़ पर खड़ी है।

कभी जिस माँ ने अपना निवाला छोड़ बेटे को खिलाया,आज उसी माँ को बेटे ने भूखा गंगा में बहा दिया।ये खबर सिर्फ़ एक बुज़ुर्ग माँ की मौत की नहीं  ये हमारे समय के सबसे खौफ़नाक आईने की तस्वीर है।और आईना यही कहता है कि जब औलाद ‘नफ्स’ बन जाए,तो माँ की ममता गंगा में डूब जाती है।