Gopal Khemka Murder: 10 दिन पहले ही रची गई थी गोपाल खेमका की हत्या की साजिश, पुलिस जांच में बड़ा खुलासा, जानिए अपराधियों ने क्यों बदला प्लान

Gopal Khemka Murder: पटना के बड़े उद्योगपति गोपाल खेमका हत्याकांड मामले में पुलिस जांच में बड़ी जानकारी सामने आई है। बताया जा रहा है कि अपराधियों ने 10 दिन पहले ही गोपाल खेमका की हत्या की साजिश रची थी।

Gopal Khemka murder- फोटो : social media

Gopal Khemka Murder: राजधानी पटना में नामचीन व्यवसायी गोपाल खेमका की शुक्रवार रात करीब 11:30 से 11:40 के बीच में हत्या कर दी गई। इस हत्याकांड ने पूरे शहर में सनसनी फैला दी है। पुलिस ने आशंका जताई है कि इस वारदात को सुपारी देकर अंजाम दिया गया। हत्यारों तक पहुंचने के लिए SIT पटना से लेकर हाजीपुर तक ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, जांच में कई अहम सुराग हाथ लगे हैं और अपराधियों के बेहद करीब पहुंचने का दावा किया गया है।

हत्या की साजिश 10 दिन पहले रची गई थी

जानकारी के मुताबिक, गोपाल खेमका की हत्या की साजिश 10 दिन पहले ही रच ली गई थी। हालांकि STF और दिल्ली पुलिस की कार्रवाई की वजह से तय समय पर वारदात को अंजाम नहीं दिया जा सका। इसके बाद अपराधियों ने योजना बदलकर शुक्रवार को खेमका को उनके आवास के बाहर ही मारने का प्लान बनाया।

हत्या से पहले की गई थी पूरी रेकी

पुलिस जांच में पता चला है कि गोपाल खेमका की गतिविधियों पर लगातार नजर रखी जा रही थी। एक लाइनर उनके पीछे-पीछे बांकीपुर क्लब तक भी गया लेकिन वहां भीड़ होने के कारण हत्या को अंजाम नहीं दिया जा सका। इसके बाद तय हुआ कि खेमका को उनके घर के बाहर ही निशाना बनाया जाएगा। शुक्रवार रात जब खेमका बांकीपुर क्लब से निकले तो लाइनरों ने शूटर को अलर्ट कर दिया। खेमका जैसे ही अपनी कार से अपने आवास के पास पहुंचे शूटर ने ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं।

बेऊर जेल से भी जुड़ रहे तार

इस मामले में पुलिस ने पटना से लेकर हाजीपुर तक छापेमारी की है। हाजीपुर और पटना सिटी से तीन संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। वहीं, बेऊर जेल में भी छापेमारी कर सुल्तानगंज के कुख्यात अजय वर्मा और उसके तीन गुर्गों समेत कई कैदियों से लंबी पूछताछ की गई। बताया जा रहा है कि गोपाल खेमका की हत्या के तार उनके बेटे गुंजन खेमका की पूर्व हत्या से भी जुड़ सकते हैं।

अजय वर्मा पहले भी गिरफ़्तार

गौरतलब है कि 24 जून को STF और दिल्ली पुलिस ने अजय वर्मा और उसके चार गुर्गों को गिरफ्तार किया था। उनके पास से जर्मन मेड पिस्टल और बड़ी मात्रा में कारतूस भी बरामद हुए थे। फिलहाल पुलिस अजय वर्मा की भूमिका की भी गहन जांच कर रही है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही इस पूरे हत्याकांड का पर्दाफाश कर दिया जाएगा।