कलयुगी दादी की काली करतूत! दहेज की लालच और पोती के धीमे रंग से थी नफरत, गला घोंटकर उतारा मौत के घाट

भोजपुर के बिहिया नगर में एक दादी ने अपनी तीन महीने की पोती की हत्या कर दी। बच्ची की मां का कहना है कि सास को बेटी का जन्म और दहेज की चिंता सता रही थी, जिससे वह बच्ची की हत्या कर बैठी।

कलयुगी दादी की काली करतूत! दहेज की लालच और पोती के धीमे रंग से थी नफरत, गला घोंटकर उतारा मौत के घाट
child murder- फोटो : social media

Grandmother murders: बिहार के भोजपुर जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक दादी ने अपनी तीन महीने की पोती की निर्मम हत्या कर दी। यह घटना जिले के बिहिया नगर के वार्ड नंबर 10 की है, जहां ऑटो चालक राजू कुमार की मां गीता देवी ने अपनी पोती सौम्या की गला घोंटकर हत्या कर दी। बच्ची की मां सिंटू देवी का कहना है कि सास को बेटी का जन्म पसंद नहीं था और उसे दहेज की चिंता सता रही थी।

घटना का विवरण

पुलिस के अनुसार, मृत बच्ची सौम्या की मां सिंटू देवी का कहना है कि उसकी सास गीता देवी को बेटी का जन्म रास नहीं आ रहा था। सास बच्ची को बदसूरत बताती थी और कहती थी कि उसकी शादी कैसे होगी और दहेज कौन देगा। घटना वाले दिन सिंटू देवी छत पर कपड़े धो रही थी, जबकि उसकी सास बच्ची के साथ नीचे सो रही थी। उसी दौरान, सास ने बच्ची का गला घोंट दिया।

सास ने बच्ची की हत्या के बाद सिंटू को नीचे भेजा और कहा कि वह बच्ची को तेल लगाए। जब सिंटू नीचे आई, तो उसने देखा कि बच्ची बेहोश है और उसका शरीर ठंडा हो चुका था। कपड़े हटाने पर उसे बच्ची के गले पर जख्म के निशान मिले, जिससे उसकी हत्या की पुष्टि हुई।

पुरानी घटनाएं और पारिवारिक कलह

सिंटू देवी का कहना है कि उसकी सास शुरू से ही झगड़ालू स्वभाव की थी। सास शादी के बाद से उसे कुरूप कहकर ताने मारती थी और कई बार शारीरिक उत्पीड़न करती थी। सास ने इससे पहले भी अपने नवजात पोते की हत्या कर दी थी।

राजू कुमार की पहली पत्नी लक्ष्मी देवी, जो सास के तानों और झगड़े से परेशान होकर 2019 में घर छोड़कर चली गई थी, ने भी घर में कलह का आरोप लगाया था। मई 2023 में राजू ने सिंटू देवी से दूसरी शादी की, जिसके बाद यह त्रासदी घटित हुई।

पुलिस कार्रवाई

घटना की जानकारी मिलते ही बिहिया थाने की पुलिस घटनास्थल पर पहुंची। भोजपुर के पुलिस अधीक्षक ने बताया कि गीता देवी को गिरफ्तार कर लिया गया है और उससे पूछताछ की जा रही है। बच्ची के शव को पोस्टमार्टम के लिए आरा सदर अस्पताल भेजा गया है और पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है।

समाज के लिए संदेश

इस घटना ने एक बार फिर यह साबित किया है कि समाज में दहेज प्रथा और बेटियों के प्रति भेदभाव जैसी समस्याएं आज भी जिंदा हैं। यह घटना उन परिवारों के लिए एक चेतावनी है जो अब भी दहेज जैसी कुप्रथाओं में उलझे हुए हैं। ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए समाज में जागरूकता और सख्त कानून की आवश्यकता है।

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