Bihar News: ठेकेदारी के दलाल रिशु श्री का एक और काला कारनामा उजागर, लपेटे में आए बिहार के दो IAS
Bihar News: ठेकेदारी के दलाल रिशु श्री पर लगातार कार्रवाई की जा रही है। इसी लपेटे में अब 2 आईएएस अधिकारी भी सामने आ गए हैं। इस दोनों अधिकारियों पर केस दर्ज करने की अनुमति मिल गई है।
Bihar News: बिहार सरकार की विशेष निगरानी इकाई (SVU) ने बिहार कैडर के दो आईएएस अधिकारियों योगेश कुमार सागर (2017 बैच) और अभिलाषा कुमारी शर्मा (2014 बैच) के खिलाफ पीएमएलए के तहत केस दर्ज करने की तैयारी शुरू कर दी है। ईडी द्वारा की गई जांच में दोनों अधिकारियों की भूमिका संदिग्ध पाए जाने के बाद एजेंसी ने 19 नवंबर को SVU को आधिकारिक पत्र भेजा था और खुद के स्तर से पीएमएलए केस दर्ज करने का निर्देश दिया था।
ईडी के हाथ लगे पुख्ता सबूत
राज्य सरकार ने अब केस दर्ज करने की अनुमति दे दी है, जिसके बाद एसवीयू एफआईआर दर्ज कर मामले को कोर्ट में भेजेगी। इसके बाद ईडी इस मामले को टेकओवर करेगी, क्योंकि ईडी सीधे एफआईआर दर्ज नहीं करती। टेंडर संबंधित अनियमितताओं की जांच में ईडी को कई चौंकाने वाले दस्तावेज मिले हैं। जांच में सामने आया कि पटना के हाई-प्रोफाइल ठेकेदार रिशु श्री ने सरकारी टेंडर मैनेज करने के बदले दोनों आईएएस अधिकारियों और उनके परिवारों को यूरोप टूर ऑस्ट्रिया सहित कई देशों की यात्रा पर भेजा था।
दोनों अधिकारियों पर दर्ज होगी एफआईआर
यात्रा का पूरा खर्च ठेकेदार ने उठाया था। इसके अलावा, ईडी की जांच में यह भी सामने आया है कि आईएएस अभिलाषा शर्मा के घर की छत पर की गई बागवानी पर आए करीब 9 लाख रुपये का खर्च भी रिशु श्री ने ही किया था SVU के एडीजी पंकज दराद ने ईडी का पत्र मिलने की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि मामला निगरानी के अपर मुख्य सचिव को भेजा गया है और उनकी अनुमति के बाद दोनों अधिकारियों पर एफआईआर दर्ज की जाएगी।
9 शहरों में ईडी की छापेमारी
गौरतलब हो कि, मनी लॉन्ड्रिंग के एक बड़े मामले में ईडी ने ठेकेदार रिशु श्री के देशभर में 9 ठिकानों पर बुधवार को एक साथ छापेमारी की। अहमदाबाद, सूरत, गुरुग्राम और दिल्ली में हुई कार्रवाई में लगभग 33 लाख रुपये नकद, कई डिजिटल डिवाइस, डायरियां और महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद किए गए। ईडी ने मई 2025 में एसवीयू द्वारा रिशु श्री और अन्य पर दर्ज केस के आधार पर जांच शुरू की थी।
ठेकेदार के रुप में करता था काम
रिशु श्री बिहार सरकार के कई विभागों में ठेकेदार और उप-ठेकेदार के रूप में काम करता था। आरोप है कि उसने बड़े सरकारी टेंडर हासिल करने के लिए अधिकारियों को भारी कमीशन दिया। रिशु श्री का नाम पहले भी आईएएस संजीव हंस से जुड़े एक मामले में सामने आया था। वर्तमान में ईडी इस मामले की गहराई से जांच कर रही है।