Bihar Politics: बिहार में SIR पर सियासी संग्राम तेज, जीतन मांझी का विपक्ष पर सियासी तीर, तेजस्वी के चुनाव बहिष्कार पर तेजप्रताप का किनारा
Bihar Politics: SIR पर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच जुबानी तकरार ने नया रुख अख़्तियार कर लिया है।...
Bihar Politics: बिहार में आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर सियासत गरमाती जा रही है। तमाम राजनीतिक पार्टियाँ चुनावी समर में उतरने की तैयारी में जुटी हुई हैं। सत्ता और विपक्ष के बीच जुबानी तकरार ने नया रुख अख़्तियार कर लिया है। इसी कड़ी में केंद्रीय मंत्री और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने विपक्षी दलों, ख़ासकर कांग्रेस और राजद, पर तीखा हमला बोला है।
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी द्वारा चुनाव आयोग और एसआईआर (साइंटिफिक इलेक्शन रिजॉल्यूशन) को लेकर दिए गए बयान पर मांझी ने पलटवार करते हुए कहा, "जहां कांग्रेस जीत जाती है, वहां चुनाव निष्पक्ष होता है और जहां एनडीए जीतता है, वहां धांधली की बात करते हैं। कर्नाटक और हिमाचल में क्या हुआ? वहां तो उन्होंने खुद जीत दर्ज की, तो क्या वहां एसआईआर ग़ायब था?"
उधर, राजद नेता तेजस्वी यादव ने एसआईआर के विरोध में चुनाव बहिष्कार की बात कहकर राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है। इस पर उनके बड़े भाई और पूर्व मंत्री तेजप्रताप यादव ने हैरान करने वाला बयान दिया। उन्होंने साफ कहा, "अब मैं राजद का सदस्य नहीं हूं, न ही पार्टी का हिस्सा हूँ। तेजस्वी क्या सोचकर ऐसा कह रहे हैं, इसका जवाब वही दे सकते हैं।"
तेजप्रताप के इस बयान ने राजद में आंतरिक मतभेदों की ओर इशारा कर दिया है, जो चुनाव से पहले पार्टी के लिए संकट बन सकता है।
बिहार की राजनीति इस वक़्त तानाशाही बनाम पारदर्शिता, विकास बनाम वादाखिलाफी और घोषणाओं बनाम हक़ीक़त के मोड़ पर खड़ी है। जनता अब नेताओं की बयानबाज़ी नहीं, बल्कि ज़मीनी मुद्दों और नीतियों पर आधारित राजनीति की तलबगार है। देखना दिलचस्प होगा कि इस सियासी दंगल में किसके दांव में ज़्यादा दम होता है।