Bihar politics - निषाद समाज के लिए अलग बजट की मांग, बोले मुकेश सहनी, जितनी आबादी, बजट में मिले उतनी हिस्सेदारी

Bihar politics - vip चीफ मुकेश सहनी ने बड़ी मांग की है। उन्होंने कहा कि बिहार में जितनी आबादी निषाद समाज की है। बिहार के बजट से उतनी राशि निषाद समाज को मिलनी चाहिए

Patna - बिहार विधानसभा चुनाव में इस बार सड़कों पर विकासशील इंसान पार्टी की नाव चलती नजर आएगी। सैकड़ों की संख्या में इसे तैयार कराया जा रहा है, जो चुनाव के दौरान सड़कों पर नजर आएगी।  

वीआईपी के संस्थापक और बिहार के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी ने बताया कि बिहार के लिए 'नाव' बहुत बड़ी चीज है। बाढ़ के दौरान कई लोगों का जीवन यह बचाने का काम करती है तो कई इलाकों का आवागमन भी इसी नाव पर निर्भर रहता है। ऐसे में वीआईपी अपनी 'नाव' को लेकर ही लोगों के बीच पहुंच रही है।  

उन्होंने कहा कि नाव सभी विधानसभा क्षेत्रों में पहुंचेगा और महागठबंधन और वीआईपी के विजन को लोगों तक पहुंचाएगा। उन्होंने कहा कि महागठबंधन ने चुनाव से पहले ही अपनी भावी योजनाओं की घोषणा कर दी है, जिसमें सभी महिलाओं के लिए प्रति महीने 2500 रुपये, 200 यूनिट बिजली मुफ्त करने सहित कई योजनाएं शामिल हैं।  

समाज का भविष्य तय करेगा चुनाव

उन्होंने लोगों का आह्वान करते हुए कहा कि यह चुनाव आने वाली पीढ़ी के भविष्य को तय करने वाला चुनाव है। उन्होंने कहा कि वीआईपी पिछले कई वर्षों से निषादों के आरक्षण की मांग को लेकर कई तरह के प्रयास किए लेकिन सरकार अब तक इसे नहीं मानी।  

बिहार के पूर्व मंत्री श्री सहनी ने कहा कि आज भी यहां के अति पिछड़े, पिछड़े, दलितों को अपने अधिकार के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। ऐसे में जरूरत है कि इस चुनाव में आने वाली पीढ़ी के भविष्य को उज्जवल करने को लेकर कल्याणकारी सरकार बनाने के लिए वोट दें।  

वीआईपी के प्रमुख मुकेश सहनी ने कहा कि जब अपनी सरकार होगी तो समस्याएं भी हल होंगी। उन्होंने कहा कि हमें नया बिहार बनाना है। 

सहनी समाज के लिए अलग बजट

मुकेश सहनी ने इस दौरान साफ कर दिया कि हमारी सरकार बनने के बाद बिहार के बजट में निषाद समाज के लिए अलग बजट की व्यवस्था होगी। उन्होंने कहा कि बिहार की आबादी में निषाद समाज 11 परसेंट है। जबकि बिहार का बजट अगर साढ़े तीन लाख  करोड़ है तो निषाद समाज के लिए 35 हजार करोड़ की व्यवस्था होनी चाहिए।