Bihar Budget : वित्तरहित कॉलेजों के लिए विधानसभा में हुई बड़ी घोषणा, शिक्षा मंत्री का ऐलान, बजट के बाद नीतीश सरकार देगी तोहफा

Bihar Budget : बिहार विधानसभा में मंगलवार को राज्य के वित्त रहित कॉलेजों से जुड़े एक सवाल पर नीतीश सरकार की ओर से बड़ी घोषणा की गई. विपक्षी सदस्य अजय कुमार सिंह ने मुंगेर विश्वविद्यालय से जुड़े वित्त रहित कॉलेजों के शिक्षकों का बकाया भुगतान नहीं होने का मामला उठाया. उन्होंने लम्बे अरसे से राशि जारी होने के कारण वित्त रहित कॉलेजों से कर्मियों को हो रही आर्थिक तंगी का जिक्र किया. साथ ही सरकार की ओर से इस पर जवाब मांगा.
शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने इस पर बड़ी घोषणा की. उन्होंने कहा कि न सिर्फ मुंगेर विश्विद्यालय से जुड़े वित्त रहित कॉलेजों बल्कि राज्य के सभी वित्त रहित कॉलेजों के लिए बजट के बाद राशि जारी की जाएगी. उन्होंने कहा कि इस मद में करीब 300 करोड़ रुपए जारी होने का अनुमान है. उन्होंने अब तक हुई देरी के मामले में कहा कि विश्वविद्यालयों की वर्तमान व्यवस्था त्रुटिपूर्ण है. इसी कारण इसमें देरी हुई. अब बजट के बाद सभी वित्त रहित कॉलेजों के लिए राशि जारी की जाएगी.
सरकार की किरकिरी
बिहार विधानसभा में मंगलवार को नीतीश सरकार के एक मंत्री की ओर से आया गलत जवाब सरकार की किरकिरी कराने वाला बन गया. नतीजा रहा कि खुद विधानसभा स्पीकर नंद किशोर यादव ने तुरंत बड़ा एक्शन ले लिया. उन्होंने प्रश्न को स्थगित करते हुए मंत्री को बेहद अहम निर्देश दिया. राजद के अवध बिहारी चौधरी ने सीवान के पचरुखी में पिछड़ा एवं अति पिछड़ा छात्रावास और अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति विद्यालय से जुड़े सवाल किया था.
अवध बिहारी चौधरी के सवाल पर मंत्री हरि सहनी ने जो जवाब दिया वह आधा-अधूरा था. यहां तक कि जवाब से वस्तुस्थिति भी स्पष्ट नहीं था कि सीवान में पिछड़ा एवं अति पिछड़ा छात्रावास कब तक शुरू होगा. हरि सहनी के जवाब पर पहले अवध बिहारी चौधरी ने आपत्ति जताई. उसके बाद फिर से हरि सहनी ने जो बातें कहीं उससे सवाल का जवाब स्पष्ट नहीं हुआ. इस पर तुरंत ही स्पीकर नंद किशोर यादव ने हस्तक्षेप किया. उन्होंने कहा, इस प्रश्न को स्थगित करते हैं. मंत्री फिर से इसे पता करके बतायेंगे.