Nitish Kumar: माफी मांगो या अंजाम भुगतो, CM नीतीश को धमकी देने पर पाकिस्तानी डॉन पर पटना में FIR दर्ज, जानिए कौन है अपराधी शहजाद भट्टी

Nitish Kumar:मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को खुलेआम धमकी देने के मामले में पाकिस्तानी अंडरवर्ल्ड डॉन शहजाद भट्टी के खिलाफ पटना साइबर थाना में केस दर्ज किया गया।

CM नीतीश को धमकी देने पर पाकिस्तानी डॉन पर पटना में FIR दर्ज- फोटो : social Media

Nitish Kumar: बिहार की सियासत में उस वक्त सनसनी फैल गई, जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को खुलेआम धमकी देने के मामले में पाकिस्तानी अंडरवर्ल्ड डॉन शहजाद भट्टी के खिलाफ पटना साइबर थाना में केस दर्ज किया गया। धमकी का यह मामला महज बयानबाजी नहीं, बल्कि वीडियो के जरिए दी गई खुली चेतावनी है, जिसने सुरक्षा एजेंसियों की नींद उड़ा दी है। मामला सामने आते ही पटना पुलिस हरकत में आ गई है और पूरे नेटवर्क की कुंडली खंगालने में जुट गई है।

दरअसल, 15 दिसंबर को एक सरकारी कार्यक्रम के दौरान आयुष डॉक्टरों को नियुक्ति पत्र बांटते समय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महिला डॉक्टर नुसरत परवीन के हिजाब को लेकर सवाल किया और अपने हाथ से हिजाब हटा दिया। यह दृश्य कैमरे में कैद हो गया और देखते ही देखते सोशल मीडिया पर आग की तरह फैल गया। महिला कुछ पल के लिए असहज हुई, आसपास मौजूद लोग हंसने लगे और डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी उन्हें रोकने की कोशिश करते दिखे, लेकिन तब तक मामला तूल पकड़ चुका था।

इसी घटना को आधार बनाकर दुबई में बैठा पाकिस्तानी डॉन शहजाद भट्टी मैदान में कूद पड़ा। उसने वीडियो जारी कर मुख्यमंत्री को सार्वजनिक तौर पर माफी मांगने की धमकी दी। भट्टी ने लहजे में कहा कि “अगर आज माफी नहीं मांगी गई, तो बाद में यह मत कहना कि चेतावनी नहीं दी गई थी।” यह बयान सीधे तौर पर सत्ता को चुनौती और कानून को खुली धमकी माना जा रहा है।

शहजाद भट्टी कोई छोटा-मोटा नाम नहीं है। वह पाकिस्तान के कुख्यात माफिया फारुख खोखर का राइट हैंड बताया जाता है और उसका नेटवर्क दुबई, यूरोप, यूके, अमेरिका और कनाडा तक फैला हुआ है। बम बनाने से लेकर मॉडर्न हथियारों की तस्करी तक उसका धंधा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फैला है। भारत के कई अपराधियों तक हथियार पहुंचाने के आरोप भी उस पर लगते रहे हैं। हाल ही में उसने गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई को भी धमकी देकर सुर्खियां बटोरी थीं, जिसके बाद तिहाड़ जेल में बंद अनमोल बिश्नोई ने कोर्ट से बुलेटप्रूफ सुरक्षा तक की मांग कर दी थी।

इस पूरे मामले में अब नुसरत परवीन ने नौकरी जॉइन करने का फैसला कर लिया है और वह कोलकाता से पटना लौट चुकी हैं। लेकिन सवाल अब भी कायम है—क्या अंडरवर्ल्ड की धमकियों से लोकतांत्रिक व्यवस्था डर जाएगी, या फिर कानून अपने तरीके से इस डॉन को जवाब देगा? पटना साइबर थाने में दर्ज एफआईआर के बाद अब निगाहें इसी पर टिकी हैं कि दहशत फैलाने वालों पर कार्रवाई कितनी दूर तक जाती है।