Bihar News: बिहार में सिम बॉक्स साइबर फ्रॉड का मास्टरमाइंड जांच के घेरे में, गैंग लीडर हर्षित पर EOU के बाद अब CBI और IB ने भी कसा शिकंजा
बिहार में सिम बॉक्स साइबर फ्रॉड गिरोह के मुख्य सरगना से ईओयू कर रही जांच, अब सीबीआई और आईबी भी हर्षित के गैंग की जांच में जुटी है...
Bihar News:पटना के गर्दनीबाग इलाके की रहने वाली महिला व्यवसायी ऋचा भारती के साथ हाई-प्रोफाइल साइबर ठगी का मामला सामने आया है, जिसने राज्य की सुरक्षा एजेंसियों को हिला कर रख दिया है। 83 लाख रुपये की यह ठगी सिर्फ एक धोखा नहीं, बल्कि डार्क वेब, क्रिप्टो करेंसी और इंटरनेशनल नेटवर्क से जुड़े संगठित गिरोह की साजिश है।
घटना की शुरुआत दिल्ली में हुई, जब ऋचा भारती एक मित्र के साथ कपड़ा व्यवसायी से मिलने गईं। वहां आरोपी ने उन्हें अपने ऑफिस में घुमाया और दो अन्य संदिग्धों—अपने भाई और एक महिला से मिलवाया। बातों-बातों में अपनी कंपनी में पार्टनरशिप का मीठा झांसा दिया गया। शुरुआत में कुछ मुनाफा देकर विश्वास जमाया गया और फिर धीरे-धीरे ऋचा ने 83 लाख रुपये का निवेश कर डाला।
इसके बाद जैसे ही पैसे की बड़ी रकम ट्रांसफर हुई, तीनों ठग गायब हो गए। कॉल उठना बंद, दफ्तर बंद और सभी संपर्क साधन ठप। जब ऋचा और उनके पति ने नोएडा स्थित उस ऑफिस का दौरा किया, तब सच्चाई सामने आई कि वह गैंग कई लोगों के साथ इसी पैटर्न पर सिस्टमेटिक साइबर ठगी कर चुका है।
अब यह मामला साइबर थाना और EOU (आर्थिक अपराध इकाई) के पास पहुंच चुका है। शुरुआती जांच में खुलासा हुआ कि यह ठगी देश की सीमाओं से बाहर तक फैली है। लेन-देन की रकम क्रिप्टो करेंसी में की गई थी और पूरी गतिविधि डार्क वेब के जरिए संचालित होती थी।
मुख्य आरोपी हर्षित मिश्रा का नाम अब बिहार के बड़े साइबर अपराधियों की सूची में दर्ज हो चुका है। उसने फर्जी दस्तावेज़ों की मदद से 1000 से ज्यादा सिम कार्ड पश्चिम बंगाल, झारखंड और बिहार के अलग-अलग जिलों से खरीदे। इन सिम कार्ड्स को सिम बॉक्स में लगाकर पैरेलल मोबाइल एक्सचेंज बनाया गया था, जो पुलिस और एजेंसियों की पकड़ से बाहर रहा।
EOU ने हर्षित के एक बैंक खाते को फ्रीज़ कर दिया है, जिसमें ढाई करोड़ रुपये से अधिक जमा थे। इसके अलावा 35 से अधिक बैंक खातों को ट्रेस कर उन पर निगरानी रखी जा रही है। CBI और IB की टीमें पटना पहुंच गई हैं और इस गैंग की जड़ों तक जाने की तैयारी में जुट गई हैं।
EOU के एडीजी नैयर हसनैन खान ने बताया कि राज्यभर में संदिग्ध ठिकानों पर रेड की जा रही है। आने वाले दिनों में इस मामले में कई चौंकाने वाले नाम सामने आ सकते हैं।यह महज एक ठगी नहीं, बल्कि बिहार की धरती से ऑपरेट हो रहे साइबर अंडरवर्ल्ड की बर्बर सच्चाई है।बिहार में सिम बॉक्स साइबर फ्रॉड गिरोह के मुख्य सरगना से ईओयू कर रही जांच, अब सीबीआई और आईबी भी हर्षित के गैंग की जांच में जुटी है...