Patna News: भारतीय मानक ब्यूरो की पटना ब्रांच ने की बड़ी कार्रवाई! पटना में नकली ISI मार्क पेयजल फैक्ट्री पर BIS का छापा, हजारों बोतलें जब्त, दो साल की सजा तय
पटना के संपतचक क्षेत्र में बिना लाइसेंस चल रही पैकेज्ड पेयजल फैक्ट्री पर भारतीय मानक ब्यूरो ने छापा मारा। नकली ISI मार्क का उपयोग कर रही इस फैक्ट्री से हज़ारों बोतलें जब्त की गईं।

Patna News: बिहार की राजधानी पटना से सटे संपतचक थाना क्षेत्र में एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया गया है। भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) की पटना शाखा ने बिना लाइसेंस चल रही पैकेज्ड ड्रिंकिंग वॉटर फैक्ट्री पर छापेमारी की, जिसमें भारी मात्रा में नकली ISI मार्क लगे उत्पाद जब्त किए गए। यह कार्रवाई भारतीय मानक ब्यूरो अधिनियम, 2016 के तहत की गई।
छापेमारी टीम का नेतृत्व वैज्ञानिक ई. निदेशक चंद्रकेश सिंह ने किया। टीम ने एसएसपी पटना और सोनपुर गोपालपुर थाना की सहायता से फैक्ट्री की जांच की और साक्ष्य जुटाए।
क्या-क्या मिला छापेमारी में?
BIS टीम ने मेसर्स – कृष्णा इंटरप्राइजेज नामक कंपनी के परिसर में छापा मारा। वहाँ निम्नलिखित सामग्रियां पाई गईं:
500 मिलीलीटर की 1176 बोतलें (नकली ISI मार्क लगी हुई)
1000 मिलीलीटर की 1560 बोतलें, पैकेजिंग सहित
नकली ISI मार्क लेबल्स की बड़ी खेप
बिना प्रमाणन के उत्पादित पेयजल
इन सब वस्तुओं को टीम ने जब्त और सील कर लिया है, जो अदालत में सबूत के रूप में प्रस्तुत किए जाएंगे।
नकली ISI मार्क: उपभोक्ताओं के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़
बिना ISI प्रमाणन के पैकेज्ड पेयजल बेचने का मतलब है कि वह स्वास्थ्य और गुणवत्ता मानकों पर खरा नहीं उतरता। ऐसे उत्पाद संक्रमण, जलजनित रोगों जैसे हैजा, टाइफाइड और पेट की बीमारियों का खतरा पैदा करते हैं।उपभोक्ता नकली ISI मार्क वाले उत्पादों को बीआईएस केयर एप के माध्यम से स्कैन कर के उसकी प्रमाणिकता की जांच कर सकते हैं। बीआईएस ने आम जनता से सजग रहने की अपील की है।
कानूनी प्रावधान और सजा क्या है?
भारतीय मानक ब्यूरो अधिनियम, 2016 की धारा 17 और 29 के तहत यदि कोई व्यक्ति या संस्था बिना लाइसेंस ISI मार्क का प्रयोग करती है, तो उस पर निम्नलिखित दंड लगाया जा सकता है 2,00,000 तक का जुर्माना औऱ 2 साल तक की सजा या दोनों. यह कानून उपभोक्ताओं की सुरक्षा और विश्वास की रक्षा के लिए लागू किया गया है। कृष्णा इंटरप्राइजेज के विरुद्ध आपराधिक मामला दर्ज कर BIS कानूनी कार्रवाई कर रहा है।
भारतीय मानक ब्यूरो की भविष्य की योजना
छापेमारी के बाद BIS के पटना शाखा प्रमुख चंद्रकेश सिंह ने स्पष्ट किया कि ऐसी कार्रवाई भविष्य में भी लगातार जारी रहेगी। इसके पीछे उद्देश्य यह है कि बाजार में बिकने वाले प्रत्येक उत्पाद प्रमाणिक और सुरक्षित हो।