रात 2 बजे पटना डीएम को आया फोन, 'सर! जान बचा लीजिये... भारी नुकसान होगा', फिर रातों-रात हुआ बड़ा एक्शन, जांच समिति भी गठित
पटना जिलाधिकारी डॉ त्यागराजन ने रविवार को एक निर्माण को लेकर आसपास के लोगों की शिकायतों के बाद बड़ा एक्शन लिया है. साथ ही पूरे मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति भी गठित की गई है.
Patna DM: पटना के बोरिंग रोड में नियमों को ताक पर रखकर हो रहे निर्माण मामले में जिलाधिकारी डॉ त्यागराजन के आदेश पर बड़ी कर्रवाई की गई है. शनिवार और रविवार की दरम्यानी रात करीब दो बजे पटना डीएम को स्थानीय लोगों ने फोन कर यहां हो रहे एक निर्माण के कारण आसपास की अन्य संरचनाओं को नुकसान होने और जान-माल के बड़े खतरे की जानकरी दी थी. डीएम त्यागराजन ने त्वरित एक्शन लेते हुए रात में भी कार्रवाई शुरू कराई. जिलाधिकारी के अनुसार रात्रि में लगभग दो बजे दूरभाष पर सूचना मिली कि बोरिंग रोड चौराहा-हरीलाल स्वीट्स के पास एक बिल्डर द्वारा काफ़ी बड़ा गड्ढा कर दिया गया है जिससे आसपास के घरों को खतरा हो गया है।
सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए जिलाधिकारी द्वारा अपर जिला दंडाधिकारी (आपदा प्रबंधन) एवं एनडीआरएफ की टीम को स्थल पर भेजा गया। ये सभी रात्रि में ही मौके पर पहुंच गए तथा इनके द्वारा लोगों की सुरक्षा के मद्देनजर आवश्यक कार्रवाई प्रारम्भ कर दिया गया। जिलाधिकारी ने स्वयं आज सुबह लगभग 8:30 बजे इस स्थल का निरीक्षण किया तथा स्थिति का जायजा लिया। स्थानीय लोगों से भी संवाद स्थापित किया गया।
स्थानीय लोगों ने कहा कि बिल्डर द्वारा करीब दो-तीन घरों से सटाकर बड़ा गड्ढा कर दिया गया है। इसमें पानी भी भर गया था। गड्ढा के कारण आस-पास के इन घरों को खतरा हो गया है। जिलाधिकारी ने कहा कि इन मकानों में रहने वाले लोगों को असुरक्षा महसूस हो रही थी। इसलिए सभी लोगों को सुरक्षा के दृष्टिकोण से इवैकुएट किया गया है। बिल्डिंग्स को गिरने से बचाने के लिए हरसंभव प्रयास किया जा रहा है। निरीक्षण के क्रम में आस-पास के अन्य मकानों एवं छोटे दुकानों को भी चिन्हित कर खाली कराने का निदेश दिया गया। उस क्षेत्र की घेराबंदी (cordon-off) कर दी गई है ताकि किसी को कोई खतरा नहीं हो। अधिकारियों को सभी सुरक्षात्मक उपाय सुनिश्चित करने के लिए निदेशित किया गया है।
त्रि-सदस्यीय समिति गठित
डॉ त्यागराजन ने कहा कि तत्काल एक त्रि-सदस्यीय समिति गठित की गयी है जिसमें अपर ज़िला दंडाधिकारी (आपदा प्रबंधन), अपर नगर आयुक्त तथा भूमि सुधार उप समाहर्ता, पटना सदर सदस्य के तौर पर नामित किए गए हैं। समिति को इस तथ्य की जाँच करने का निर्देश दिया गया है कि बिल्डर द्वारा बिल्डिंग बायलॉज़, आपदा प्रबंधन अधिनियम एवं अन्य सुसंगत प्रावधानों का पालन किया गया है अथवा नहीं। अनुपालन नहीं किए जाने की स्थिति में बिल्डर के विरुद्ध तत्काल प्राथमिकी दर्ज की जाएगी तथा अन्य आवश्यक कार्यवाही की जाएगी।
जिलाधिकारी ने कहा कि ऐसी स्थिति अन्य स्थानों पर उत्पन्न नहीं हो इसके लिए सभी संबंधित अधिकारियों को निगरानी रखने का निर्देश दिया गया है। अनुमंडल पदाधिकारियों को अनुश्रवण करने का निदेश दिया गया है।