Bihar politics -राजद से निकाले जाने के बाद फूटा रितु जायसवाल का गुस्सा, लालू-तेजस्वी पर लगाया दोहरे मापदंड अपनाने का आरोप, 11 नवंबर को होगा फैसला

Bihar politics - रितु जायसवाल अब खुलकर लालू यादव और तेजस्वी यादव के विरोध में उतर गई है। उन्होंने कहा कि पार्टी में टिकट के लिए परिवार की परिक्रमा जरूरी है।

Patna - कभी राजद की सबसे विश्वासपात्र रही रितु जायसवाल को अब पार्टी से बाहर निकाल दिया गया है। जिसके बाद अब रितु जायसवाल का गुस्सा फूट पड़ा है। उन्होंने लालू यादव और तेजस्वी पर दोहरे मापदंड अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि 11 नवंबर  को जनता इसका जवाब देगी। 

राजद से टिकट नहीं मिलने पर परिहार सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ रहीं रितु जायसवाल ने पार्टी से निकाले जाने के बाद एक्स  पर लंबा पोस्ट किया है। जिसमें उन्होंने राजद के विश्वासपात्रों को पार्टी से निकाले पर हैरानी जताई है। एक दिन पहले ही तेजस्वी ने पार्टी के 27 बागी नेताओं को राजद से निकाल दिया था। 

मो. कामरान को क्यों निकाला

रितु जायसवाल ने लिखा है कि कल पार्टी ने परिहार से मुझे, गोविंदपुर से मो. कामरान जी को, चिरैया से अच्छेलाल यादव जी को और कई अन्य जमीनी कार्यकर्ताओं को 6 साल के लिए बाहर कर दिया। कारण बताया गया - पार्टी समर्थित उम्मीदवार के विरोध में निर्दलीय खड़ा होना या किसी अन्य को समर्थन देना।

जायसवाल ने आगे लिखा, चलिए मान लेते हैं कि मैं बागी हो गईं हूं, लेकिन मो. कामरान जी का टिकट क्यों काटा गया? एक शांत स्वभाव के व्यक्ति, जो विधायक होते हुए भी पार्टी के कोषाध्यक्ष की जिम्मेदारी पूरी निष्ठा और तल्लीनता से निभा रहे थे, उनका अपराध क्या था?

रामचंद्र पूर्वे को क्यों नहीं निकाला पार्टी से बाहर

पूर्व राजद नेत्री ने आगे लिखा, 2020 में जब रामचंद्र पूर्वे जी ने एमएलसी रहते हुए परिहार में पार्टी विरोधी काम किया था, तब पार्टी का अनुशासन कहां था? अगर तब उन्हें 6 साल के लिए बाहर किया गया होता, तो क्या 2025 में अपने परिवार के किसी सदस्य को टिकट दिला पाते? स्पष्ट है कि पार्टी में दो मापदंड हैं - एक परिवार के लिए, दूसरा कार्यकर्ताओं के लिए।

परिवार की परिक्रमा करनेवाले को टिकट

रितु ने लिखा- मैंने पहले भी कहा है, अगर परिहार से किसी अन्य जमीनी कार्यकर्ता को टिकट मिला होता, तो मैं उसका समर्थन पूरे मन से करती। जो कार्यकर्ता लगातार जनता के बीच खड़ा रहे, उसे टिकट न मिले, और जो परिवार गणेश परिक्रमा करे, उसे इनाम में टिकट दे दिया जाए - यह दोहरा मापदंड परिहार की जनता को स्वीकार नहीं है, और इसकी गूंज 11 नवंबर को सीटी बजाकर पूरे बिहार को सुनाई जाएगी!

गौरतलब है कि बिहार में 2 चरणों में वोटिंग होगी और 14 नवंबर को विधानसभा चुनाव के परिणाम घोषित किए जाएंगे। पहले चरण की वोटिंग 6 नवंबर को, जबकि दूसरी चरण की वोटिंग 11 नवंबर को होगी।