इन सीटों पर महागठबंधन में पड़ी फूट, तेजस्वी ने राजद, राहुल गांधी ने कांग्रेस के प्रत्याशी के लिए मांगा वोट, कार्यकर्ताओं के साथ उलझन में पड़े वोटर्स
महागठबंधन में राजद और कांग्रेस के बीच फूट पड़ गई है। एक ही सीट पर राहुल गांंधी ने कांग्रेस और तेजस्वी ने राजद के प्रत्याशी के लिए चुनाव प्रचार किया है।
Patna - बिहार विधानसभा चुनाव में कुछ सीटें ऐसी हैं, जहां महागठबंधन के घटक दलों ने अपने अपने अलग प्रत्याशियों को मैदान में उतारा है। जिससे जनता पहले ही कंन्फ्यूज है। वहीं राजद और कांग्रेस ने यह उलझन और बढ़ा दी है। एक तरफ तेजस्वी यादव अपने राजद प्रत्याशी के लिए जनसभा कर रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ इसी सीट पर राहुल गांधी कांग्रेस के लिए वोट मांग रहे हैं। जिससे अब महागठबंधन की एकता में दरार पड़ती हुई नजर आ रही है।
दरअसल, भागलपुर में दो ऐसी सीटें हैं, जहां कांग्रेस और आरजेडी एक दूसरे के खिलाफ खुलकर चुनाव प्रचार कर रहे हैं। जिन सीटों पर कभी तालमेल और साझे अभियान का दावा होता रहा वहां एक दूसरे के खिलाफ तेजस्वी यादव और राहुल गांधी जमकर प्रचार कर रहे हैं।
कहलगांव में राजद- कांग्रेस के प्रत्याशी
कहलगांव की बात करें तो यहां सियासी मुकाबला दिलचस्प मोड़ पर आ गया है। आरजेडी ने रजनीश यादव को मैदान में उतार दिया है तो कांग्रेस ने अपने युवा चेहरे प्रवीण सिंह कुशवाहा को टिकट दिया है।
ऐसी ही लड़ाई सुल्तानगंज में भी देखने को मिलेगी, जहां राहुल गांधी ललन यादव के लिए वोट मांगते दिखे तो वहीं तेजस्वी यादव चंदन सिन्हा को टिकट दिया है। दोनों सीटों पर राहुल और तेजस्वी यादव अपने-अपने कैंडिडेट के लिए मांग रहे हैं।
कार्यकर्ता भी फंसे
अब गठबंधन की दो बड़ी पार्टियों के आमने-सामने आने से स्थानीय कार्यकर्ताओं में भी असमंजस की स्थिति बन गई है। कोई नहीं जानता कि अब किसके झंडे के नीचे प्रचार करें। दोनों दलों के नेता अब एक ही मैदान में अलग-अलग मंच पर जा रहे हैं, जिसने महागठबंधन के दरार को सार्वजनिक कर दिया है।
दोनों सीटों पर दूसरे चरण में वोटिंग होनी है। जिसको लेकर राहुल गांधी ने यहां जनसभा की है। राहुल गांधी ने कांग्रेस प्रत्याशी अजीत शर्मा, प्रवीण कुशवाहा, लल्लन यादव को मंच पर अपने पास बुलाया. कहा- ‘ये हमारे कैंडिडेट्स हैं अजीत जी, कुशवाहा जी और ललन यादव जी। इनका पूरा समर्थन कीजिए।’
वहीं दूसरे मंच से आरजेडी नेता तेजस्वी यादव कहा ने भाई रजनीश जी को हम लोगों ने टिकट दिया है। आप सब लोगों से हम कहना चाहते हैं कि एकजुट होकर इस बार लालटेन पर बटन दबाकर रजनीश जी को भारी बहुमत से विजय बनाएं।
सबसे बड़ी बात यह है कि कहलगांव और सुल्तानगंज में जो तेजस्वी यादव की सभा थी उसमें आरजेडी और सीपीआई का झंडा तो जरूर नजर आ रहा था, लेकिन कांग्रेस का झंडा नदारद रहा।
फ्रेंडली फाइट की बात गलत
सीट बंटवारे के बाद कांग्रेस और आरजेडी फ्रेंडली फाइट का दावा कर रहे थे। अब तेजस्वी यादव और राहुल गांधी जैसे गठबंधन के बड़े नेताओं का अपने दल के प्रत्याशी के लिए वोट मांगना हैरान कर रहा है।
इन सीटों पर महागठबंधन के घटक दलों के कार्यकर्ताओं के लिए ऊहापोह की स्थिति बन गई है। ऐसी ही असमंजस आरजेडी और कांग्रेस के वोटरों के बीच पैदा हो गई है।भागलपुरमें देखने को मिल रहा है कि महागठबंधन में सब कुछ ठीक नहीं है।