rohini acharya controversy: एक बोतल रक्तदान में जिनका खून सूख जाता है, वो किडनी दान पर उपदेश दे रहे हैं', सोशल मीडिया पर फूटा रोहिणी का गुस्सा
rohini acharya controversy: लालू प्रसाद की बेटी रोहिणी आचार्य ने किडनी दान विवाद पर संजय यादव और ट्रोलर्स को करारा जवाब दिया। तेज प्रताप ने भी FIR की मांग की। पूरी खबर पढ़ें।
rohini acharya controversy: राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य एक बार फिर चर्चा में हैं। पिता को किडनी देने के कारण पहले ही सुर्खियों में रहीं रोहिणी इस बार उन लोगों पर भड़क उठी हैं जो उनके इस कदम को लेकर अनचाहे विवाद खड़ा कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर नाराज़गी जताते हुए उन्होंने कहा कि जो लोग एक यूनिट खून देने की हिम्मत नहीं रखते, वे किडनी जैसे बड़े त्याग पर भाषण दे रहे हैं। यह टिप्पणी उन ट्रोलर्स और राजनीतिक चेहरों पर मानी जा रही है जो लगातार इस मामले को लेकर बयानबाज़ी कर रहे हैं, जिनमें संजय यादव का नाम सबसे ज्यादा उछाला जा रहा है।
रोहिणी ने इस पूरे विवाद को महिला के सम्मान से जुड़ा मुद्दा बताया और कहा कि कुछ लोग निजी हमले कर रहे हैं, जो बेहद दुखद है। उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा कि अगर कोई सच में लालू यादव के प्रति श्रद्धा रखता है, तो उसे विवाद खड़ा करने की बजाय किसी ज़रूरतमंद को अंगदान करके दिखाना चाहिए। उनके अनुसार किसी की बीमारी को राजनीति का मुद्दा बनाना संवेदनहीनता का उदाहरण है और समाज को ऐसी सोच का विरोध करना चाहिए। यह बयान तेज़ी से वायरल हो गया और राजनीतिक हलकों में भी इसकी काफी चर्चा होने लगी है।
लालू जी का नाम लेना है तो किसी की जान बचाइए—रोहिणी का सशक्त संदेश
रोहिणी ने अपने बयान में साफ कहा कि लालू प्रसाद यादव की बीमारी को हर बार राजनीतिक हथियार की तरह इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यदि कोई सच में उनके पिता से प्रेम करता है, तो उसका सबसे अच्छा तरीका यही होगा कि वह किसी मरीज को किडनी दान करके मानवता का परिचय दे। उन्होंने यह भी कहा कि सोशल मीडिया पर भावनात्मक भाषण देने से किसी की ज़िंदगी नहीं बदलती, लेकिन एक अंगदान किसी का पूरा भविष्य बचा सकता है।
रोहिणी ने खुद को सफाई देने से साफ इनकार कर दिया और कहा कि किडनी दान का फैसला उन्होंने परिवार और चिकित्सा सलाह के आधार पर लिया था। उनके अनुसार, इस विषय को विवाद में बदलना समाज में गलत संदेश भेजता है कि लोग अंगदान जैसे जीवनरक्षक कार्य करने से डरने लगेंगे।
मुझे गलत साबित करने की साज़िश—ट्रोलर्स पर रोहिणी का हमला
रोहिणी ने आरोप लगाया कि कई सोशल मीडिया यूज़र्स, खासकर कुछ राज्यों के तथाकथित ‘भक्त’, उनके खिलाफ अभद्र टिप्पणियां कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें गाली देने वाले पहले खुद किसी अस्पताल में जाकर अंगदान करने की कोशिश करें, उसके बाद ही दूसरों को ज्ञान दें। उन्होंने ट्रोलर्स को खुली चुनौती दी कि यदि उनमें साहस है तो वे किसी सार्वजनिक मंच पर आकर उनसे बहस करें।
यह पहली बार नहीं है जब रोहिणी ने कड़े शब्दों में अपना पक्ष रखा है। वह अक्सर सोशल मीडिया पर बेबाकी से अपनी राय साझा करती हैं और उनके समर्थक हमेशा उनका साथ देते दिखाई देते हैं। इस बार उनके बयान में पारिवारिक विवाद और RJD की आंतरिक राजनीति की झलक भी साफ दिखाई दे रही है।
तेज प्रताप यादव का कड़ा रुख
किडनी दान को लेकर बढ़ते विवाद के बाद लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव भी सामने आए और उन्होंने बहन रोहिणी के समर्थन में तीखी प्रतिक्रिया दी। तेज प्रताप ने कहा कि यदि किसी ने रोहिणी, राबड़ी देवी या लालू प्रसाद के खिलाफ अनुचित भाषा का उपयोग किया है तो उस व्यक्ति पर तुरंत मुकदमा दर्ज होना चाहिए।
उन्होंने सार्वजनिक रूप से तीन नामों का उल्लेख भी किया—संजय यादव, रमीज़ नेमत खान और प्रीतम यादव। तेज प्रताप के अनुसार इन लोगों ने रोहिणी के प्रति जो व्यवहार किया है वह न केवल गलत है बल्कि कानूनन कार्रवाई के योग्य भी है। उनका यह बयान परिवार के भीतर मौजूद मतभेदों और RJD की अंदरूनी राजनीति के तनाव को भी साफ उजागर करता है।