Bihar Crime News : पटना के अस्पताल में 27 साल बाद हत्या की सनसनीखेज वारदात, पारस के समीप आईजीआईएमएस में मंत्री के मर्डर से दहला था बिहार....
Bihar Crime News : पटना के अस्पताल में 27 साल बाद हत्या की सनसनीखेज वारदात को अंजाम दिया गया है. जब IGIMS में मंत्री की हत्या की घटना को अंजाम दिया गया था.....पढ़िए आगे
PATNA : पटना के जाने माने पारस अस्पताल में बेख़ौफ़ बदमाशों ने दिनदहाड़े कुख्यात चंदन मिश्रा की गोली मारकर हत्या कर दी। गुरुवार सुबह पटना के पारस अस्पताल की ICU में भर्ती आपराधिक मामलों में सजायाफ्ता चंदन मिश्रा की गोली मारकर हत्या कर दी गई। हमलावर अस्पताल के भीतर तक पहुंचे और ICU में घुसकर ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं। जबकि अस्पताल प्रबन्धन की ओर से सुरक्षा के नाम पर हर महीने लाखों रूपये खर्च किये जाते हैं। हर जगह सीसीटीवी लगाये गए हैं। इसके बावजूद अपराधियों ने चन्दन मिश्रा को गोली मारी और आराम से चलते बने। इससे अस्पताल के सुरक्षा व्यवस्था पर प्रश्न चिन्ह खड़े हो गए हैं।
हालाँकि यह पहली बार नहीं है की पटना के अस्पताल में हत्या और गोलीबारी की वारदात हुई है। 1998 में आरजेडी नेता और बिहार सरकार के मंत्री रहे बृज बिहारी प्रसाद की हत्या इंदिरा गाँधी आयुर्विज्ञान संस्थान में गोली मारकर कर दी गयी थी। अस्पताल परिसर में ही अहले सुबह टहलने के दौरान उन्हें गोलियों से छलनी कर दिया गया था। दोनों घटनाओं के बीच 27 साल का अंतर है। लेकिन तरीका स्थान और सनसनीखेज हिम्मत एकदम समान है। जब मंत्री की हत्या एके 47 से की गयी थी। अपराधी बृज बिहारी सिंह की हत्या कर आराम से चलते बने थे।
बाद में हत्या और गोलीबारी की कई घटनाओं को पटना के अस्पतालों में अंजाम दिया गया। दिसंबर 2024 में बेखौफ अपराधियों ने बिहार के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल पीएमसीएच के गेट पर एक एंबुलेंस चालक की गोली मारकर हत्या कर दी थी। मृतक की पहचान झारखण्ड राज्य के हजारीबाग जिला के रहनेवाले डोगरी निवासी जवाहर दास के पुत्र विनय कुमार दास के रूप में की गई थी। विनय कुमार दास पटना में पाटलिपुत्र थाना क्षेत्र में रहते थे। बताया गया की विनय कुमार दास की हत्या रंगदारी मांगने के विवाद में हुई थी।
लेकिन पटना के एक अस्पताल में हुई जिस हत्या से हडकंप मच गया। 22 मार्च 2025 को पटना के अगमकुंआ इलाके में एशिया हॉस्पिटल की महिला डायरेक्टर सुरभि राज की बेरहमी से हत्या कर दी गई। हमलावरों ने अस्पताल में घुसकर डायरेक्टर को 6 गोलियां मारीं। हत्या की वारदात को दोपहर 3:30 बजे अंजाम दिया गया। जब ओपीडी के वक्त मरीजों की काफी भीड़ थी। तभी कुछ लोग डायरेक्टर सुरभि राज के चैंबर में घुसे और ताबड़तोड़ 6-7 गोलियां चला दीं।