रेलवे के नक्शे पर आएगा शेखपुरा-दनियावां, कल से पटना के लिए रवाना होगी पहली ट्रेन

Patna - बिहार के शेखपुरा-दनियावां नए रेलखंड पर पहली यात्री ट्रेन का परिचालन जल्द ही शुरू होने जा रहा है, जो क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को एक नई गति देगा। यह ट्रेन नवादा, शेखपुरा और बरबीघा जैसे महत्वपूर्ण स्थानों को सीधे राजधानी पटना से जोड़ेगी। रेल मंत्रालय, दानापुर मंडल और हाजीपुर द्वारा जारी एक पत्र के अनुसार, इस पैसेंजर ट्रेन का परिचालन संभवतः 29 सितंबर से शुरू किया जाएगा, जिसका इंतजार स्थानीय निवासी लंबे समय से कर रहे थे।

नई ट्रेन का रूट और समय-सारणी

रेलवे द्वारा जारी टाइम-टेबल के अनुसार, नई पैसेंजर ट्रेन (संभवतः फास्ट डेमू पैसेंजर) अपनी यात्रा नवादा से सुबह 5:15 बजे शुरू करेगी। यह शेखपुरा और बरबीघा होते हुए सुबह 9:30 बजे तक पटना पहुंच जाएगी, जिससे दैनिक यात्रियों को राजधानी पहुंचने में आसानी होगी। वापसी में, यह ट्रेन पटना से शाम 4:15 बजे प्रस्थान करेगी और रात 9:00 बजे नवादा पहुंचकर यात्रा पूरी करेगी।

अधिकारियों द्वारा निरीक्षण पूरा

इस नए रेलखंड पर ट्रेनों का परिचालन शुरू करने से पहले पिछले सप्ताह रेलवे के उच्चाधिकारियों ने शेखपुरा-बिहारशरीफ-दनियावां-पटना नए रेलखंड के निर्माण कार्य पूरा होने के बाद इसका गहन निरीक्षण किया था। इस निरीक्षण का उद्देश्य ट्रैक की गुणवत्ता, सुरक्षा मानकों और अन्य आवश्यक तैयारियों का जायजा लेना था, जिसके सफल होने के बाद अब परिचालन की तिथि घोषित की गई है।

नालंदा और शेखपुरा के लिए बड़ी राहत

इस नई रेललाइन के शुरू होने से नालंदा और शेखपुरा जिलों के निवासियों को आवागमन में अभूतपूर्व सुविधा मिलेगी। अभी तक शेखपुरा जिले के लोगों को पटना जाने के लिए लखीसराय या किउल स्टेशन पर निर्भर रहना पड़ता था, जिससे उनका काफी समय और संसाधन बर्बाद होता था। यह सीधी रेल सेवा इन जिलों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है।

क्षेत्रीय व्यवसाय और व्यापार को प्रोत्साहन

यह ट्रेन सेवा शेखपुरा, बरबीघा और नालंदा जिले के सरमेरा जैसे इलाकों के लोगों को पटना आने-जाने में अत्यधिक आसानी प्रदान करेगी। स्थानीय व्यापारियों और छोटे व्यवसायियों के लिए पटना के बड़े बाजार तक पहुंचना अब सुगम हो जाएगा। इस बेहतर कनेक्टिविटी से न सिर्फ आम लोगों का जीवन आसान होगा, बल्कि क्षेत्रीय व्यवसाय, व्यापार और रोजगार को भी बढ़ावा मिलेगा।

कुल मिलाकर, शेखपुरा-दनियावां रेलखंड पर यात्री ट्रेन का परिचालन बिहार के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों को जोड़ने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है, जो क्षेत्र की आर्थिक और सामाजिक प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।