Niitish kumar cabinet - श्रेयसी सिंह या दीपक प्रकाश, जानें कौन है नीतीश सरकार में सबसे युवा मंत्री

Niitish kumar cabinet - नीतीश कुमार की नई कैबिनेट में सबसे युवा मंत्री कौन है, श्रेयसी सिंह या दीपक प्रकाश, जानें उनकी पूरी योग्यता

Patna - बिहार में नई सरकार का आज गठन हो गया। नीतीश कुमार 10वीं बार मुख्यमंत्री बने। इसके साथ ही 26 लोगों ने मंत्री पद की शपथ ली। जिसमें सबसे ज्यादा चर्चा जमुई की विधायक श्रेयसी सिंह और दीपक प्रकाश को मिली। दोनों युवा हैं, ऐसे में दोनों में किसे सबसे कम उम्र में मंत्री बनने का मौका मिला है। 

बिहार चुनाव में जमुई से दूसरी बार विधायक  बनी   श्रेयसी सिंह को पिछली सरकार में ही   मंत्री का  दावेदार माना जा रहा था। लेकिन सरकार में उन्हें मौका नहीं  मिला। इस बार 54 हजार से वोटों से जीती श्रेयसी सिंह को मंत्री पद मिलने की चर्चा थी। लेकिन फिर भी शपथ  ग्रहण से पहले उनके नाम  पर कोई फैसला नहीं हुआ था।

दूसरी तरफ दीपक  प्रकाश भी राजनीतिक परिवार से आते हैं। वह रालोमो अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा  के  बेटे हैं। उनकी मां स्नेहलता कुशवाहा सासाराम से विधायक बनी  है। पिछले कुछ साल से वह  पार्टी के लिए  काम कर रहे थे। आज अचानक  उन्हें मंत्री पद की शपथ दिला दी गई। इस तरह राजनीति में एक और पुत्र की इंट्री हो गई। 

दीपक प्रकाश के बारे में जानें

अब नीतीश सरकार मंत्री बने दोनों नेताओं में कौन सबसे युवा है। जिसमें सबसे बात   दीपक  प्रकाश की करें तो 37 वर्षीय दीपक प्रकाश को रालोमो कोटे से मंत्री मंडल में स्थान मिला है। इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने वाले दीपक मूलरूप से महनार प्रखंड की नारायणपुर डेढ़पुरा पंचायत के जावज गांव के निवासी हैं।

दीपक प्रकाश का जन्म 22 अक्टूबर 1989 को हुआ। उनकी प्रारंभिक शिक्षा पटना में हुई, जहां उन्होंने वर्ष 2005 में आइसीएसई बोर्ड से 10वीं और वर्ष 2007 में सीबीएसई बोर्ड से 12वीं की परीक्षा उत्तीर्ण की। इसके बाद उन्होंने एमआरटी, मणिपाल से कंप्यूटर साइंस में बीटेक (2011) पूरा किया। तकनीकी क्षेत्र से आने वाले दीपक ने वर्ष 2011 से 2013 तक साफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में कार्य किया। बाद में वे स्वयं के व्यवसाय से जुड़ गए।

राजनीति में इनकी सक्रिय भूमिका वर्ष 2019-20 के आसपास शुरू हुई, जब उन्होंने अपने पिता उपेंद्र कुशवाहा के संगठनात्मक और राजनीतिक कामों में हिस्सा लेना शुरू किया। पार्टी की नीतियों, युवाओं के मुद्दों और सामाजिक न्याय की सोच के साथ वे जल्द ही राजनीतिक दायरे में सक्रिय हो गए।

श्रेयसी सिंह सबसे युवा मंत्री 

उम्र के लिहाज से नीतीश सरकार में सबसे युवा मंत्री श्रेयसी  सिंह बनी है। वह सिर्फ 34 साल की  हैं। 2014 कॉमनवेल्थ गेम्स में सिल्वर और 2018 में गोल्ड जीतने के बाद वे भारत के निशानेबाजी इतिहास की प्रमुख शख्सियतों में शामिल हो गईं। पिता और पूर्व केंद्रीय मंत्री दिग्विजय सिंह की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने 2020 में भाजपा ज्वाइन की और पहली बार चुनाव लड़कर जमुई विधानसभा सीट पर शानदार जीत दर्ज की। 2025 में दूसरी बार और भी बड़े अंतर से जीतकर उन्होंने अपने राजनीतिक भविष्य को और मजबूत कर दिया।
 
 श्रेयसी केवल खेल और राजनीति में ही नहीं, बल्कि आर्थिक रूप से भी बेहद मजबूत पृष्ठभूमि से आती हैं। चुनाव आयोग को दिए गए शपथपत्र से पता चलता है कि उनके पास कुल ₹4.39 करोड़ से अधिक की संपत्ति है।  एमबीए की पढ़ाई कर चुकीं श्रेयसी संगठन में भी काफी सक्रिय रही हैं। वे अक्सर युवाओं, विशेषकर खिलाड़ियों के लिए बेहतर सुविधाओं और अवसरों पर जोर देती रही हैं।
 
 सियासी विशेषज्ञों का कहना है कि श्रेयसी सिंह को मंत्रिमंडल में शामिल करना भाजपा-नीतीश गठबंधन की रणनीतिक चाल हो सकती है। इससे महिला नेतृत्व, युवा राजनीति और ‘नए बिहार’ की छवि को बल मिलता है। चर्चा है कि उन्हें खेल, युवा, पर्यटन या संस्कृति जैसे किसी प्रमुख विभाग की जिम्मेदारी मिल सकती है। उनका खेल अनुभव और युवा कनेक्ट इन क्षेत्रों के लिए उन्हें उपयुक्त बनाता है।