Chandan Mishra Murder Case: तौसीफ बादशाह ने उगले कई राज, शेरू से निकला कनेक्शन, शूटरों को मिली थी 5-5 लाख की सुपारी

Chandan Mishra Murder Case: पटना के पारस अस्पताल में सजायाफ्ता अपराधी चंदन मिश्रा की हत्या कर दी गई। इस मामले में अब मुख्य शूटर तौसीफ बादशाह ने पुलिस के सामने कई राज्य खोले हैं।

तौसीफ बादशाह ने खोले कई राज - फोटो : social media

Chandan Mishra Murder Case:  पटना के पारस अस्पताल में सजायाफ्ता अपराधी चंदन मिश्रा की हत्या के मामले में गिरफ्तार आरोपी तौसीफ उर्फ बादशाह ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। तीन दिन की पुलिस रिमांड के पहले ही दिन मंगलवार को तौसीफ ने न केवल हत्या की साजिश का खुलासा किया, बल्कि इसमें शामिल अन्य अपराधियों की पहचान भी करवा दी। पुलिस सूत्रों के अनुसार, इस सनसनीखेज हत्याकांड में कुल नौ लोगों की संलिप्तता सामने आई है। फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी जारी है।

शेरु ने दी सुपारी 

पूछताछ के दौरान तौसीफ ने खुलासा किया कि इस वारदात की सुपारी पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जेल में बंद कुख्यात अपराधी शेरू सिंह ने दी थी। हत्या के बाद बलवंत ने शेरू को इसकी जानकारी दी थी। तौसीफ ने बताया कि सभी शूटरों को पांच-पांच लाख रुपये की सुपारी देने की बात तय हुई थी। हत्या की योजना पटना के निशू के घर पर बनाई गई थी।

पुलिस को मिले अहम सुराग

रिमांड पर लिए जाने के बाद शुरुआती पूछताछ में तौसीफ कुछ भी बोलने को तैयार नहीं था। लेकिन पुलिस की कड़ी पूछताछ के बाद उसने धीरे-धीरे पूरी साजिश की जानकारी देनी शुरू की। उसने बताया कि वह अपने मौसेरे भाई निशू के इलाज के दौरान पारस अस्पताल में रुका था। जहां उसे अस्पताल के अंदरूनी सिस्टम और कर्मचारियों की जानकारी हो गई थी। इसी पहचान का फायदा उठाते हुए वह बिना किसी रोकटोक के अस्पताल में दाखिल हो गया।

बलवंत और तौसीफ होंगे आमने-सामने

एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने बताया कि प्रथम दृष्टया यह मामला गैंगवार का लग रहा है। उन्होंने बताया कि तौसीफ की निशानदेही पर छापेमारी की जा रही है। वहीं, पुलिस अब आरोपी बलवंत को भी रिमांड पर लेने की तैयारी कर रही है। तौसीफ और बलवंत को आमने-सामने बिठाकर पूछताछ की जाएगी ताकि पूरे नेटवर्क और साजिश का पर्दाफाश हो सके।

शूटरों की बाइक बरामद

इधर, केस में गिरफ्तार आरोपी अभिषेक की निशानदेही पर मंगलवार शाम को वह बाइक बरामद कर ली गई। जिससे शूटर वारदात के दिन पारस अस्पताल पहुंचे थे। बाइक दानापुर के हाथीखाना मोड़ के पास सड़क किनारे छिपाई गई थी। पुलिस को मिली जानकारी के अनुसार, वारदात के बाद अभिषेक भी उसी बाइक से फरार हुआ था। एसटीएफ और स्थानीय पुलिस की टीम ने गिरफ्तारी के बाद उससे पूछताछ की। जिसके आधार पर बाइक बरामद की गई।