Bihar Politics: 'ऐसे गठबंधन में रहना धिक्कार'...सीएम नीतीश ने नहीं दिया पत्र का जवाब तो भड़के तेजस्वी यादव, चिराग-मांझी-कुशवाहा को भी सुनाया

Bihar Politics: नेता प्रतिपक्ष ने सीएम नीतीश को पत्र लिखा था लेकिन पत्र लिखे जाने के कई दिनों के बाद भी उन्हें जवाब नहीं मिला है। जिससे तेजस्वी यादव भड़क गए हैं। वहीं तेजस्वी ने इस मामले में एनडीए में शामिल दलों पर हमला बोला है।

तेजस्वी यादव एनडीए पर भड़के- फोटो : social media

Bihar Politics: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश की सियासत गरमाई हुई है। विपक्ष सत्ता पक्ष पर हमलावर है। इसी बीच 5 जून को तेजस्वी यादव ने सीएम नीतीश को 65 आरक्षण बढ़ाने को लेकर पत्र लिखा था आज 9 जून है लेकिन तेजस्वी को अब तक उनके पत्र का जवाब नहीं मिला है। पत्र का जवाब नहीं मिलने पर तेजस्वी यादव गरमा गए हैं। तेजस्वी ने सीएम नीतीश पर एक बार फिर निशाना साधा है और साथ साथ चिराग-मांझी और कुशवाहा से भी सवाल कर दिया है। तेजस्वी यादव ने सीएम को चुनौती भी दी है। 

तेजस्वी को नहीं मिला पत्र का जवाब 

तेजस्वी यादव ने अपने सोशल मीडिया एक्स पर ट्विट कर लिखा कि, "क्या नीतीश जी ने मेरे पत्र का जवाब इसलिए नहीं दिया क्योंकि उनके पास जवाब नहीं है अथवा वो आदतन ऐसा करते है या अधिकारी उन्हें पत्र दिखाते नहीं है"? तेजस्वी ने आशंका जताई है कि नीतीश के अधिकारी सीएम को कोई पत्र नहीं दिखाते हैं जिसके कारण सीएम किसी भी पत्र का जवाब नहीं देते हैं। 

चिराग-मांझी -कुशवाहा को भी सुनाया 

तेजस्वी यादव ने आगे लिखा कि, "सामाजिक न्याय का ढोल पीटने वाले ऐसे दल जिनके बलबूते मोदी सरकार चल रही है वो हमारी सरकार द्वारा बढ़ाई गयी 65% आरक्षण सीमा को संविधान की 9वीं अनुसूची में शामिल कराने में असफल क्यों है? मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान, जीतनराम मांझी, राज्यसभा सांसद उपेंद्र कुशवाहा को दलित,आदिवासी, पिछड़ा-अतिपिछड़ा वर्गों की इस हकमारी के खिलाफ आरक्षण पर मुँह खोलना चाहिए। सिर्फ़ कुर्सी से चिपके रहने के लिए राजनीति नहीं होती है"।

ऐसे गठबंधन में रहना धिक्कार 

तेजस्वी यादव ने कहा कि, "अगर प्रधानमंत्री से ये सब लोग इस छोटी सी मांग को भी पूरा नहीं करा सकते है तो इनका अपनी राजनीति एवं ऐसे गठबंधन में रहना धिक्कार है। अगर नीतीश जी, प्रधानमंत्री और गृहमंत्री के सामने इस विषय पर कुछ बोलने में असमर्थ है तो उन्हें विधानसभा का एक दिन का विशेष सत्र बुलाना चाहिए फिर देखिए कैसे हम इसे लागू कराते है"। 


तेजस्वी ने जनआंदोलन की दी थी चेतावनी 

तेजस्वी ने कहा है कि उन्हें एक दिन का समय मिलेगा तो वो इसको लागू करवा देंगे। गौरतलब हो कि 5 जून को तेजस्वी यादव ने सीएम नीतीश को 65 प्रतिपक्ष आरक्षण सीमा को संविधान की 9वीं अनुसूची में शामिल कराने के लिए पत्र लिखा था। उन्होंने तब कहा था कि,"महागठबंधन सरकार में बढ़ाई गई 65% आरक्षण सीमा को अपनी ही सरकार में संविधान की 9वीं अनुसूची में शामिल कराने में घोर विफल रहे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी को पत्र लिखा है। बाक़ी हमने जो करना है वो हम करेंगे। दलित-आदिवासी, पिछड़ा-अतिपिछड़ा वर्गों का वोट लेकर RSS-BJP की पालकी ढो रहे अवसरवादी सुविधाभोगी नेताओं को भी बिहार की न्यायप्रिय जनता के साथ अच्छे से समझेंगे"। तेजस्वी ने अपनी मांग पूरी नहीं होने पर व्यापक जनआंदोलन की भी चेतावनी दी है।  

पटना से रंजन की रिपोर्ट