एनडीए को मिले प्रचंड बहुमत के बाद उपेंद्र कुशवाहा ने जताया बिहार की जनता का आभार, सफलता के लिए प्रधानमंत्री मोदी और नीतीश कुमार को दिया श्रेय
Patna - बिहार विधानसभा चुनाव (2025) में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की शानदार जीत के बाद, राष्ट्रीय लोक मोर्चा (RLM) के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने अपनी पहली प्रतिक्रिया दी है। सासाराम में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने इस जीत को 'प्रचंड' बताया और इसके लिए बिहार की जनता, खासकर महिलाओं का आभार व्यक्त किया। कुशवाहा का यह बयान ऐसे समय में आया है जब पूरे प्रदेश में एनडीए की सत्ता में वापसी की पुष्टि हो चुकी है।
आरएलएम सुप्रीमो ने एनडीए की इस जीत का श्रेय केंद्र और राज्य की डबल इंजन सरकार के सफल नेतृत्व को दिया। उन्होंने कहा कि यह सफलता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मार्गदर्शन में ही संभव हो पाई है। कुशवाहा ने जोर देकर कहा, "यह जीत दोनों जो सरकार है हमारी, डबल इंजन की सरकार, उनके द्वारा विकास का काम जो चल रहा है, उसके लिए [है]।" यह टिप्पणी साफ तौर पर दर्शाती है कि गठबंधन विकास और सुशासन के अपने एजेंडे को ही जीत का मुख्य कारण मानता है।
कुशवाहा ने इस बात पर विशेष ध्यान दिलाया कि महिला मतदाताओं का भरपूर योगदान एनडीए को मिला है। उन्होंने कहा कि महिलाओं के सशक्तिकरण और उनके लिए चलाई गई सरकारी योजनाओं ने चुनावी नतीजों को प्रभावित किया है।
उन्होंने दावा किया कि वर्तमान सरकार ने बिहार में बहुत अच्छा काम किया है और जनता ने इस बात को समझते हुए इस बार प्रचंड जीत दर्ज की है। यह बयान महागठबंधन के उन दावों के विपरीत है जिसमें उन्होंने बेरोजगारी और महंगाई को बड़ा मुद्दा बताया था।
व्यक्तिगत मोर्चे पर भी उपेंद्र कुशवाहा के लिए यह चुनाव दोहरी खुशी लेकर आया है। उनकी पत्नी स्नेहलता ने भी सासाराम विधानसभा सीट से राष्ट्रीय लोक मोर्चा की प्रत्याशी के रूप में जीत दर्ज की है।
सासाराम में यह बयान देते समय उनके चेहरे पर राजनीतिक और व्यक्तिगत दोनों सफलताओं की खुशी साफ झलक रही थी। यह जीत रोहतास जिले में आरएलएम की बढ़ती ताकत और कुशवाहा के प्रभाव को मजबूत करती है।
उपेंद्र कुशवाहा का यह बयान अब एनडीए के भीतर उनकी पार्टी की भूमिका को भी मजबूत करेगा। जीत के बाद उन्होंने न केवल जीत का श्रेय शीर्ष नेतृत्व को दिया, बल्कि अपनी पार्टी की सफलता को भी एनडीए के सामूहिक विकास के विमर्श से जोड़ा। अब सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि नई सरकार के गठन में उपेंद्र कुशवाहा और राष्ट्रीय लोक मोर्चा को क्या नई जिम्मेदारी मिलती है।