उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्ष का उम्मीदवार कौन? राहुल गांधी ने इस दिन बुलाई बड़ी बैठक, जानिए संसद में बीजेपी कैसे पड़ेगी भारी..

उपराष्ट्रपति के चुनाव के लिए चुनाव आयोग ने अधिसूचना जारी कर दी है। वहीं अधिसूचना जारी होते ही उम्मीदवारों को लेकर मंथन शुरु हो गया है। विपक्ष का उम्मीदवार कौन हो सकता है आइए जानते हैं...

Vice Presidential election- फोटो : social media

Vice Presidential Election: देश के नए उपराष्ट्रपति कौन होंगे इसको लेकर सियासी हलचल तेज है। चुनाव आयोग द्वारा उपराष्ट्रपति पद के चुनाव की तारीखों की घोषणा कर दी है। उपराष्ट्रपति का चुनाव 9 सितंबर को होगा। वहीं नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 21 अगस्त है। वहीं चुनाव की घोषणा के बाद विपक्षी INDIA गठबंधन की मुश्किलें बढ़ गई हैं। विपक्ष के सामने सबसे बड़ी चुनौती है एक मजबूत और वैचारिक उम्मीदवार की तलाश, जो सत्तारूढ़ भाजपा के उम्मीदवार को राजनीतिक और वैचारिक चुनौती दे सके।

विपक्षी दलों की संख्या कमजोर 

दरअसल, संसद के दोनों सदनों के सांसद ही उपराष्ट्रपति का चुनाव करते हैं और वहां विपक्षी दलों का संख्या बल कमजोर है। ऐसे में विपक्ष जानता है कि जीत की संभावना कम है, लेकिन फिर भी वह इस चुनाव को राजनीतिक संदेश देने का मौका मान रहा है। अब विपक्ष किसे उपराष्ट्रपति के उम्मीदवार के लिए खड़ा करता है ये देखने वाली बात होगी। फिलहाल विपक्ष में इसको लेकर मंथन चल रहा है। 

वैचारिक चेहरा खोज रहा विपक्ष

INDIA गठबंधन एक ऐसा साझा चेहरा तलाश रहा है जो न सिर्फ भाजपा की विचारधारा का प्रतिरोध कर सके बल्कि पिछड़े वर्गों, अल्पसंख्यकों, किसानों, बुद्धिजीवियों और नागरिक समाज जैसे हाशिए पर खड़े समुदायों के बीच एक मजबूत संदेश भी दे सके। सूत्रों के अनुसार, विपक्ष चाहता है कि यह चेहरा सांकेतिक रूप से भाजपा के खिलाफ एकजुटता और वैचारिक दृढ़ता का प्रतिनिधित्व करे।

7 अगस्त को अहम बैठक

इस सिलसिले में 7 अगस्त को INDIA गठबंधन की एक महत्वपूर्ण बैठक होने जा रही है। जिसमें बिहार विधानसभा चुनाव और राज्य में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण पर चर्चा होने की संभावना है। साथ ही, उपराष्ट्रपति पद के संभावित उम्मीदवार को लेकर भी विचार-विमर्श हो सकता है। मीडिया रिपोर्ट इस बैठक में कांग्रेस नेता राहुल गांधी पार्टी की ओर से मतदाता सूची पर की गई एक रिसर्च का प्रजेंटेशन दे सकते हैं। राहुल ने हाल में इस रिसर्च को लेकर कहा था कि उनके हाथ एटम बम लगा है, जो यह स्पष्ट करता है कि मतदाता सूची में गड़बड़ी भाजपा के पक्ष में की गई है।

धनखड़ के इस्तीफे से उपराष्ट्रपति चुनाव जल्द

गौरतलब है कि उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने हाल ही में 21 जुलाई को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। बताया जा रहा है कि यह इस्तीफा सरकार और न्यायपालिका के बीच टकराव के बाद सामने आया, जब धनखड़ ने जस्टिस शेखर यादव और यशवंत वर्मा को हटाने के लिए महाभियोग प्रस्ताव पर नोटिस को स्वीकार किया था। धनखड़ के इस्तीफे के चलते अब उपराष्ट्रपति पद का चुनाव निर्धारित समय से पहले कराया जा रहा है। हालांकि भाजपा के पास संसद में स्पष्ट बहुमत है, फिर भी यह चुनाव राजनीतिक तौर पर बेहद अहम माना जा रहा है क्योंकि विपक्ष इसे वैचारिक लड़ाई के तौर पर पेश करना चाहता है।