Bihar politics - चिराग में अनुभव की कमी, सवाल उठानेवाले मांझी को मिला जवाब, सच में सीएम पद से इस्तीफा देने का अनुभव नहीं

Bihar politics - एनडीए में जहां जदयू और भाजपा के बीच रिश्ता मजबूत हो रहा है। वहीं दूसरी तरफ गठबंधन में चिराग और जीतनराम मांझी की पार्टियों की बीच की दूरी लगातार बढ़ रही है।

Patna   - बिहार के दलित और पिछड़ों की दो बड़ी पार्टी लोजपा रामविलास और हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा एक दूसरे के काम पर सवाल उठाने से परहेज नहीं करते हैं. खास तौर पर जीतन राम मांझी कई मौके पर चिराग पासवान को लेकर विवादित बयान दे चुके  हैं। एक दिन पहले ही उन्होंने चिराग पासवान के राजनीतिक अनुभव पर सवाल उठा दिए थे। उन्होंने कहा कि चिराग में अनुभव की कमी  है।

अब मांझी के इस बयान पर चिराग पासवान के बहनोई व जमुई सांसद अरुण भारती ने जवाबी मोर्चा संभाल लिया है। उन्होंने मांझी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि बिहार विधानसभा में बहुमत साबित करने से पहले इस्तीफा देने का अनुभव वाकई चिराग पासवान के पास नहीं है।

सीएम मांझी को नीतीश कुमार ने किया था  पार्टी से बेदखल

अरुण भारती ने जिस घटना का जिक्र किया है,  वह  2015 से जुड़ा है, जब जीतन राम मांझी बिहार के मुख्यमंत्री थे। उस समय जदयू की सरकार थी। मांझी ने उस समय कुछ ऐसा काम किया कि नीतीश कुमार ने उन्हें सीएम की कुर्सी छोड़ने के लिए कहा,  लेकिन मांझी ने इस्तीफा देने से इनकार कर दिया.  जिसके बाद मांझी  को जदयू से निकाल दिया गया।

विश्वास मत से पहले  दिया इस्तीफा

जदयू से निकाले जाने के बाद मांझी को विधानसभा में बहुमत साबित करना था। लेकिन विश्वास  मत हासिल करने से पहले ही मांझी ने इस्तीफा दे दिया था। 

बता दें कि बिहार एनडीए खुद को एकजुट बताती रही है। लेकिन गठबंधन  की दो प्रमुख  पार्टियों के बीच मतभेद लगातार नजर आ रहा है।