Chandan Mishra Murder Case: कौन है निशु खान? चन्दन मिश्र हत्याकांड में गिरफ्तार शूटर तौसीफ का रिश्तेदार और साजिश का हिस्सेदार!
Chandan Mishra Murder Case: बक्सर से कोलकाता तक पसरा गैंगवार का खूनी धुंआ अब एक और नाम पर जाकर ठहर गया है 'निशु खान'।
Chandan Mishra Murder Case: बक्सर से कोलकाता तक पसरा गैंगवार का खूनी धुंआ अब एक और नाम पर जाकर ठहर गया है 'निशु खान'।समनपुरा का रहने वाला निशु खान, इलाके में कभी समाजसेवक, तो कभी जमीन माफिया के नाम से जाना जाता रहा है। मगर चंदन मिश्रा हत्याकांड ने इस शख्स की असल पहचान उघाड़ कर रख दी है एक ऐसा शातिर दिमाग जिसने साजिश की जमीन तैयार की, कातिलों को पनाह दी, और खुद फरार होकर कोलकाता में जा बसा।
सूत्रों की मानें तो चंदन मिश्रा की हत्या महज एक गोलीबारी नहीं थी ये एक रची बसाई साजिश थी, जिसकी स्क्रिप्ट पुरुलिया जेल में बंद गैंगस्टर शेरू सिंह ने लिखी थी। शेरू और चंदन कभी जुर्म की दुनिया के जय-वीरू थे — 2009 में अनिल की हत्या और फिर 2011 में राजेंद्र केसरी व हैदर अली जैसे हत्याकांडों में दोनों का नाम आतंक का पर्याय बन गया था।पर जैसे ही तनिष्क ज्वेलरी लूट की रकम पर मतभेद हुआ, दोस्ती का रिश्ता टूट गया। दुश्मनी की ऐसी आग भड़की कि शेरू ने जेल से ही तौसीफ बादशाह को चंदन को मारने की सुपारी दे डाली 10 लाख रुपये की डील हुई।
निशु खान, समनपुरा का रहने वाला, अपराध की दुनिया में पुराना नाम है।तौसीफ का रिश्तेदार, और शूटरों को पनाह देने वाला प्रमुख किरदार।खुद को ‘समाजसेवी’ बताने की ज़िद में उसने पूर्व मंत्री और उनके सांसद भतीजे से करीबी बना रखी है।जमीन के धंधे, दबंगई और अब हत्या की साजिश — यह सब एक ही चेहरे पर कई नकाब चढ़ाए हुए हैं।
हकीकत यही है जो मंच पर फूलों की माला पहनता है, वही गली में खून की बोली लगाता है।निशु खान अब सिर्फ संदिग्ध नहीं, बल्कि इस हत्या कांड का ‘मास्टरमाइंड’ भी बताया जा रहा है।
तौसीफ, जो पहले से बेऊर जेल में शेरू से मिल चुका था, उसे पारस हॉस्पिटल की पूरी जानकारी थी। हत्या से तीन दिन पहले तौसीफ अपने चार शूटरों — मोनू सिंह, बलवंत सिंह, खान और एक अज्ञात के साथ पहुंचा निशु खान के घर। वही निशु, जो तौसीफ का रिश्तेदार भी है और जिसका घर पारस हॉस्पिटल के पास है।
यह वही ठिकाना बना, जहां मौत की योजना अंतिम रूप में लाई गई।17 जुलाई की सुबह सात बजे, पांचों कातिल पारस हॉस्पिटल में दाखिल हुए और कमरा नंबर 209 में चंदन मिश्रा को गोलियों से छलनी कर दिया।सीसीटीवी फुटेज में तौसीफ को बाकायदा शूटरों को इशारा करते हुए देखा गया।वारदात के बाद, जैसे तौसीफ और उसके साथी भूमिगत हुए, निशु खान भी फरार हो गया।
कुलदीप भारद्वाज की रिपोर्ट