Bihar Political News : लालू यादव को मिल गया आरजेडी का नया प्रदेश अध्यक्ष, इस नाम की चर्चा क्यों है, कभी सीएम नीतीश ने भी दी थी बड़ी जिम्मेवारी, बने तो राजद को कितना होगा फायदा...
Bihar Political News : करीब दो महीने से राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह पार्टी कार्यालय नहीं आ रहे हैं. कयास यह भी लगाया जा रहा है की वे राजनीति से सन्यास ले सकते है. सवाल है की राजद का अगला प्रदेश अध्यक्ष कौन होगा...पढ़िए आगे
PATNA : तकरीबन 56 दिनों से राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह कार्यालय नहीं जा रहे हैं. इससे सियासी गलियारे में तरह-तरह की चर्चा की जा रही है. कयास यह भी लगाया जा रहा है की अब जगदानन्द सिंह राजनीति से सन्यास ले सकते हैं. इनके सबके बावजूद चर्चा तेज है की राजद का अगला प्रदेश अध्यक्ष कौन होगा. हालाँकि अब लगता है की राजद का नया प्रदेश अध्यक्ष लालू यादव ने खोज लिया है.
मंगनी लाल मंडल पर दाँव
जेडीयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रहे मंगनी लाल मंडल आरजेडी में शामिल हो गए है. मंगनी लाल मंडल को आरजेडी में रिटर्न कराने के लिए लालू यादव ने महीनों लगा दिए. लोकसभा चुनाव से पहले भी लालू यादव ने मंगनी लाल मंडल को ऑफर दिया था, लेकिन तब मंगनी लाल मंडल माने नहीं थे. मंगनी लाल मंडल के आरजेडी में शामिल होने से बड़ा फायदा आरजेडी को होने वाला है. अब चर्चा हो रही है कि क्या मंगनी लाल मंडल को लालू यादव आरजेडी का नया प्रदेश अध्यक्ष बनाएंगे ?
कौन हैं मंगनी लाल मंडल
लालू यादव के सियासत के शुरूआती दिनों से मंगनी लाल मंडल साथ रहे हैं. मंगनी लाल मंडल मधुबनी के रहने वाले हैं. अतिपिछड़ा धानुक समाज से आते हैं. यहां तक की जब पहली बार लालू यादव बिहार के मुख्यमंत्री बने थे. तब मंगनी लाल मंडल बिहार के सिंचाई मंत्री बनाए गए थे. 1986 से लेकर 2004 तक बिहार विधान परिषद में एमएलसी रहे. फिर 2004-2009 राज्यसभा सांसद रहे. उसके बाद झंझारपुर लोकसभा चुनाव 2009 जीतकर सांसद बने. 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान आरजेडी छोड़कर नीतीश कुमार के साथ गए थे. 5 साल बाद आरजेडी में उनकी घर वापसी हुई है.
मंगनी लाल मंडल से क्या फायदा होगा ?
दरअसल बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में सीतामढ़ी, दरभंगा, झंझारपुर मधुबनी, सुपौल में आरजेडी का परफॉर्मेंस काफी खराब था. यहां की कुल 25 विधानसभा सीटों में आरजेडी सिर्फ 5 सीटें ही जीत सकी. इन इलाकों में धानुक-केवट की आबादी वोटर से रूप से अच्छी खासी है. जैसे बिहार में कोयरी-कुर्मी को एक माना जाता है. वैसे ही धानुक-केवट को रखा जाता है. मंगनी लाल मंडल के आरजेडी में आने से इन सीटों पर सीधे-सीधे आरजेडी को फायदा होगा. इससे इनकार नहीं किया जा सकता है. जेडीयू में मंगनी लाल मंडल की राजनीति हाशिये पर चली गई थी. क्योंकि मंगनी लाल मंडल मूल रूप से फुलपरास के रहने वाले हैं, जो झंझारपुर लोकसभा क्षेत्र में आता है. मौजूदा वक्त में जेडीयू के रामप्रित मंडल यहां से सांसद हैं. सूत्रों की मानें तो लोकसभा चुनाव 2024 से पहले भी लालू यादव ने मंगनी लाल मंडल को आरजेडी में आने और महागठबंधन के टिकट पर झंझारपुर लोकसभा चुनाव लड़ने का ऑफर दिया था. लेकिन तब उन्होंने ऑफर स्वीकार नहीं किया था.
मंगनी लाल मंडल पर चर्चा गरम
लालू यादव को बिहार का सबसे बड़ा राजनीतिक विशेषज्ञ माना जाता है. सो कहा जा रहा है कि लालू यादव मंगनी लाल मंडल पर एक और बड़ा दांव खेल सकते हैं. धानुक-केवट को अपने के लिए लामबंद करने के लिए मंगनी लाल मंडल को आरजेडी का नया प्रदेश अध्यक्ष बना सकते हैं. बहरहाल, 18 जनवरी को पटना के निजी होटल में आरजेडी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक होनी है. इस बैठक में बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर रणनीति तैयार होगी. कई प्रस्ताव पास होंगे. हालांकि जो जानकारी हमारे पास है उनके मुताबिक इस बैठक में आरजेडी के नए प्रदेश अध्यक्ष के नाम का एलान नहीं किया जाएगा.
देब्नाशु प्रभात की रिपोर्ट