Tirhut Graduate constituency byelection : 1 लाख 54 हजार 828 मतदाता करेंगे 18 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला, पिता की सीट पर फिर कब्जा जमा पाएंगे विनायक गौतम, जदयू को बड़ी चुनौती
तिरहुत स्नातक निर्वाचन क्षेत्र में एनडीए की प्रतिष्ठा दांव पर है. तिरहुत स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के उपचुनाव में कुल 1लाख 54 हजार 828 मतदाता हैं. 5 दिसम्बर को होने वाले मतदान में अब 18 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला होगा.
Tirhut Graduate constituency byelection: तिरहुत स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के उपचुनाव में कुल 1लाख 54 हजार 828 मतदाता हैं. 5 दिसम्बर को होने वाले मतदान में अब 18 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला होगा. तिरहुत स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के लिए हो रहे उपचुनाव के प्रचार का शोर मंगलवार को थम गया. उपचुनाव में 18 उम्मीदवार मैदान में हैं. 18 में एक प्रत्याशी मृत भी है. उपचुनाव में 18 उम्मीदवारों के बीच मृत उम्मीदवार राजेश कुमार रौशन भी शामिल हैं जिनका 17 नवंबर को निधन हो गया था. वहीं जदयू से अभिषेक कुमार झा, राजद से गोपी किशन और जन सुराज पार्टी से डा. विनायक गौतम उम्मीदवार हैं.
इनके अतिरिक्त शेष सभी प्रत्याशी निर्दलीय हैं. इसमें अरविंद कुमार विभात, अरुण कुमार जैन, ऋषि कुमार अग्रवाल, एहतेशामुल हसन रहमानी, प्रणय कुमार, भूषण महतो, मनोज कुमार वत्स, राकेश रौशन, राजेश कुमार रौशन, रिंकू कुमारी, वंशीधर व्रजवाशी, संजना भारती, संजय कुमार उर्फ संजय कुमार झा, संजीव भूषण और संजीव कुमार शामिल हैं.
तिरहुत स्नातक निर्वाचन क्षेत्र में कुल 1लाख 54 हजार 828 मतदाता हैं. इसमें 1074401 पुरुष और 475419 महिला मतदाता के साथ ही 08 थर्ड जेंडर हैं. मतदाताओं में मुजफ्फरपुर में कुल 67547 मतदाता में पुरुष 22511 महिला 45031और थर्ड जेंडर 05 हैं. सीतामढ़ी में कुल 43000 मतदाता में पुरुष 12185 महिला 30814 और थर्ड जेंडर 01 हैं. वैशाली में कुल 37640 मतदाता हैं. इसमें पुरुष 10992 और महिला 26646 हैं जबकि 2 थर्ड जेंडर हैं. शिवहर में 6641 मतदाताओं में पुरुषों की संख्या 1731 जबकि महिला मतदाताओं की संख्या 4910 हैं. ऐसे में इन चार जिलों में कुल 1लाख 54 हजार 828 मतदाता हैं.
एनडीए की प्रतिष्ठा दांव पर
तिरहुत स्नातक निर्वाचन क्षेत्र में एनडीए की प्रतिष्ठा दांव पर है. यहाँ जदयू से अभिषेक कुमार झा उम्मीदवार हैं. अब तक इस सीट पर जदयू के देवेश चंद्र ठाकुर का कब्जा था जो इस बार सीतामढ़ी से सांसद बने हैं. उनके लोकसभा चुनाव जीतने के कारण ही यहाँ उपचुनाव हो रहा है. 5 दिसम्बर को मतदाताओं द्वारा वरीयता क्रम के आधार पर वोट डाला जायेगा. ऐसे में अगर जदयू को यहाँ जीत मिलती है तो यह एनडीए के लिए एक बड़ी जीत होगी.
राजद-जनसुराज का बड़ा दावा
राजद से गोपी किशन और जन सुराज पार्टी से डा. विनायक गौतम उम्मीदवार हैं. डा. विनायक गौतम पेशे से डॉक्टर हैं और मूल रूप से मुजफ्फरपुर के रहने वाले हैं. उनकी बड़ी पहचान है. इतना ही नहीं विनायक गौतम के पिता राम कुमार सिंह तिरहुत स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से तीन बार विधान परिषद के सदस्य रहे हैं और माता डॉ. सुनीति पांडेय एमडीडीएम कॉलेज, मुजफ्फरपुर में प्रिंसिपल रही हैं. ऐसे में इस बार के चुनाव में विनायक गौतम यहाँ बड़ा खेला करने का दावा कर रहे थे. साथ ही फिर से अपने पिता की तरह बिहार विधान परिषद जाने का दावा कर रहे हैं. वहीं राजद प्रत्याशी भी चुनाव जीतने को लेकर बड़ा दावा कर रहे हैं. पांच दिसंबर को मतदान कराया जाएगा और 9 दिसंबर को मतगणना होगी.