Bihar News: इसी महीने खुलेगा बिहार का सबसे लंबा एयरपोर्ट, 2,800 मीटर रनवे, 13 जिलों के लोगों को डॉयरेक्ट फायदा
मुख्य सचिव ने बताया कि " हवाई अड्डा न सिर्फ़ बिहार के उत्तर-पूर्वी हिस्सों को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ेगा, बल्कि नेपाल जाने वाले यात्रियों के लिए भी एक वैकल्पिक और तेज विकल्प उपलब्ध कराएगा,"
Bihar News: बिहार के सीमांचल क्षेत्र के लोगों के लिए राहत और गर्व की बड़ी खबर सामने आई है। पूर्णिया एयरपोर्ट अब महज एक कदम दूर है उद्घाटन की घड़ी से, क्योंकि इसी महीने इसके चालू होने की संभावना जताई जा रही है। करीब 46 करोड़ रुपये की लागत से अंतरिम टर्मिनल भवन का निर्माण तेजी से किया जा रहा है, जबकि मुख्य टर्मिनल भवन के लिए जल्द ही टेंडर जारी किया जाएगा।
इस महत्वाकांक्षी परियोजना के तहत राज्य सरकार ने 69 एकड़ ज़मीन का अधिग्रहण किया है। सबसे बड़ी बात यह है कि एयरपोर्ट का रनवे 2800 मीटर लंबा होगा, जो इसे बिहार का सबसे लंबा रनवे बनाएगा। इसका मतलब है कि अब पूर्णिया एयरपोर्ट से बड़े यात्री विमान भी उड़ान भर सकेंगे।
गुरुवार को राज्य के मुख्य सचिव अमृतलाल मीणा, एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के चेयरमैन विपिन कुमार और मुख्यमंत्री सचिवालय के अपर मुख्य सचिव एस. सिद्धार्थ ने हवाईअड्डे पर पहुंचकर निर्माण कार्य की समीक्षा की।मुख्य सचिव ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा बनाई जा रही सड़कों और पहुंच मार्गों का निर्माण कार्य भी इसी महीने पूरा हो जाएगा। मौके पर मौजूद इंजीनियरों और संवेदकों को निर्देश दिया गया कि वे निर्धारित समय-सीमा के भीतर गुणवत्तापूर्ण निर्माण कार्य सुनिश्चित करें।उन्होंने यह भी कहा कि पूर्णिया एयरपोर्ट सीमांचल क्षेत्र के लिए गेम-चेंजर साबित होगा।
मुख्य सचिव ने बताया कि "यह हवाई अड्डा न सिर्फ़ बिहार के उत्तर-पूर्वी हिस्सों को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ेगा, बल्कि नेपाल जाने वाले यात्रियों के लिए भी एक वैकल्पिक और तेज़ विकल्प उपलब्ध कराएगा,"
इस महत्वपूर्ण समीक्षा दौरे में राज्य के नगर एवं विमानन निदेशक निलेश रामचंद्र देवड़े, पूर्णिया आयुक्त राजेश कुमार, डीआईजी प्रमोद कुमार मंडल, और इंडियन एयर फोर्स के विंग कमांडर भी मौजूद थे।
पूर्णिया एयरपोर्ट के शुरू होने से व्यापार, पर्यटन और निवेश की संभावनाओं को भी पंख लगने की उम्मीद है। सीमांचल क्षेत्र के लोगों के लिए यह एक ऐतिहासिक पल साबित हो सकता है, क्योंकि अब हवाई सेवा का सपना हक़ीक़त बनने जा रहा है।