Bihar News: नए साल में खपाने के लिए ट्रेन से लाया जा रहा था शराब, पुलिस ने किया बरामद, एसी कोच अटेंडेंट सहित 8 गिरफ्तार

Bihar News: शराबबंदी वाले बिहार में अब ट्रेन से शराब की तस्करी की जा रही है। नए साल में खपाने के लिए ट्रेन से भारी मात्रा में शराब लाया जा रहा था जिसे पुलिस ने बरामद कर लिया। वहीं कई शराब तस्कर भी गिरफ्तार हुए हैं।

ट्रेन से शराब की तस्करी - फोटो : social media

Bihar News: बिहार में शराबबंदी कानून लागू है। बावजूद इसके राज्य में धड़ल्ले से शराब की अवैध कारोबार जारी है। शराब तस्कर एक बाद एक अवैध तरीके अपना रहे हैं। शराब तस्करों ने अब ट्रेन से शराब तस्करी शुरु कर दी है। बताया जा रहा है कि नए साल में खपाने के लिए रेल मार्ग से भारी मात्रा में अवैध शराब लाया जा रहा था। जानकारी अनुसार आरपीएफ सहरसा और उत्पाद विभाग की संयुक्त छापेमारी में एसएमवीटी बेंगलुरु–सहरसा सुपरफास्ट एक्सप्रेस से शराब के काले धंधे में संलिप्त एसी कोच अटेंडेंट, बेडरोल सुपरवाइजर समेत आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। 

लाखों का शराब बरामद 

पकड़े गए आरोपियों के पास से 1 लाख 25 हजार 488 रुपये मूल्य की 181 बोतल विदेशी शराब बरामद की गई है, जिसकी कुल मात्रा 81.795 लीटर है। बुधवार रात सहरसा स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर-2 पर ट्रेन पहुंचते ही आरपीएफ इंस्पेक्टर धनंजय कुमार के नेतृत्व में गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई की गई। इस दौरान उप निरीक्षक सुजीत कुमार मिश्र, दुर्गेश कुमार, निखिल कुमार, रणवीर कुमार तथा उत्पाद निरीक्षक संजीत कुमार की टीम ने फर्स्ट, सेकेंड और थर्ड एसी कोचों की सघन तलाशी ली।

ट्रेन से लाया जा रहा था महंगी विदेशी शराब 

तलाशी के दौरान पिट्ठू बैग, हैंडबैग और झोलों में छिपाकर रखी गई महंगी विदेशी शराब बरामद हुई। गिरफ्तार आरोपियों में सहरसा नगर निगम क्षेत्र के कोरलाही निवासी गुड्डू कुमार व गुलशन कुमार, कायस्थ टोला के राकेश कुमार, बनगांव नगर पंचायत वार्ड-17 के गोलू कुमार, सुपौल जिले के परसौनी वार्ड-1 के दीपक कुमार तथा सहरसा जिले के नवहट्टा थाना क्षेत्र के मुरलीपुर नवास वार्ड-9 निवासी बेडरोल सुपरवाइजर सत्य नारायण कुमार शामिल हैं। वहीं इनके सहयोगी के रूप में सहरसा के कोरलाही निवासी करण कुमार और महिषी के परसाहा वार्ड-3 निवासी दिलखुश कुमार को भी गिरफ्तार किया गया है।

कोच अटेंडेंट सहित 8 तस्कर गिरफ्तार 

बरामदगी के अनुसार बी-3 कोच के अटेंडेंट गुलशन के पास से 50 बोतल, बी-2 के अटेंडेंट गुड्डू और ए-2 के अटेंडेंट राकेश के पास से 40-40 बोतल, बी-1 के अटेंडेंट दीपक के पास से 9 बोतल, एच-1 के अटेंडेंट गोलू के पास से 5 बोतल और बेडरोल सुपरवाइजर सत्य नारायण के पास से 10 बोतल विदेशी शराब मिली। सहयोगी करण और दिलखुश के पास से क्रमशः 13 और 14 बोतल शराब बरामद हुई।

ऑपरेशन सतर्क के तहत की गई कार्रवाई 

आरपीएफ इंस्पेक्टर धनंजय कुमार ने बताया कि यह कार्रवाई ‘ऑपरेशन सतर्क’ के तहत की गई है और आगे भी अभियान जारी रहेगा। सभी आरोपियों को जब्ती सूची तैयार कर आगे की कार्रवाई के लिए उत्पाद विभाग को सौंप दिया गया है। सूत्रों के अनुसार, ट्रेनों में कोच अटेंडेंट, बेडरोल और पेंट्रीकार स्टाफ अधिकतर आउटसोर्सिंग एजेंसियों के माध्यम से कार्यरत होते हैं। इसी आड़ में कुछ लोग शराबबंदी के बावजूद अवैध शराब की तस्करी कर रहे हैं।