Sitamarhi fake doctor: सीतामढ़ी में डीएम के निर्देश पर जनक नंदनी हॉस्पिटल में छापेमारी, बिना डिग्री डॉक्टरों के कारण अस्पताल हुआ सील

Sitamarhi fake doctor: सीतामढ़ी के जनक नंदनी हॉस्पिटल में बिना डिग्री डॉक्टर मरीजों का इलाज कर रहे थे। मेडिकल जांच टीम की छापेमारी में सामने आए गंभीर खुलासे और डीएम के आदेश पर अस्पताल सील।

सीतामढ़ी के जनक नंदनी हॉस्पिटल पर छापेमारी- फोटो : news4nation

Sitamarhi fake doctor: सीतामढ़ी शहर के रिंग बांध स्थित जनक नंदनी हॉस्पिटल में बुधवार (9 जुलाई 2025) को उस वक्त हड़कंप मच गया, जब डीएम रिची पांडेय के निर्देश पर गठित मेडिकल जांच टीम ने अस्पताल में छापेमारी कर उसे तत्काल प्रभाव से सील कर दिया। छापेमारी के दौरान अस्पताल में न सिर्फ कई गंभीर अनियमितताएं पाई गईं, बल्कि बिना डिग्री डॉक्टर मरीजों का इलाज कर रहे थे। इतना ही नहीं एक नवजात शिशु को एनआईसीयू वार्ड में बंद कर स्टाफ मौके से फरार हो गया। यह मामला तब उजागर हुआ, जब एक महिला परिजन ने जांच टीम को इसकी जानकारी दी।

डीएम के आदेश पर सिविल सर्जन डॉ. अखिलेश कुमार ने तीन सदस्यीय मेडिकल जांच टीम गठित की थी, जिसमें एसीएमओ डॉ. जेड. जावेद, जिला तम्बाकू नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. सुनील कुमार सिन्हा और डुमरा सीएचसी के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अक्षय कुमार को शामिल किया गया। टीम के साथ नगर थाना की पुलिस भी मौके पर मौजूद रही। जांच दल ने जब जनक नंदनी हॉस्पिटल में छापा मारा तो वहां हड़कंप मच गया। जांच के दौरान अस्पताल में कुल आठ मरीज भर्ती पाए गए। टीम द्वारा तत्काल सभी मरीजों को अस्पताल से बाहर निकालने की प्रक्रिया शुरू की गई। 

बिना किसी वैध पंजीकरण के चल रहा था अस्पताल

सदर अस्पताल से बुलाए गए एंबुलेंस से एक मरीज को सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जबकि शेष सात मरीजों ने खुद डिस्चार्ज लेकर अन्य निजी अस्पतालों में शिफ्ट कर लिया। टीम की तरफ से जब अस्पताल के संचालक डॉ. आर एस पंडित से उनकी चिकित्सकीय डिग्री दिखाने की मांग की गई तो वे कोई वैध प्रमाणपत्र या डिग्री प्रस्तुत नहीं कर सके। वहीं,अस्पताल के बोर्ड पर दर्ज एक और चिकित्सक डॉ. एस किशोर को भी बुलाने की बात कही गई, लेकिन अस्पताल में मौजूद किसी भी स्टाफ के की तरफ से उन्हें बुलाया नहीं जा सका और न ही वे मौके पर आए। इससे यह स्पष्ट हो गया कि अस्पताल बिना किसी वैध चिकित्सकीय पंजीकरण व योग्यता के संचालित हो रहा था।

 सीतामढ़ी से अविनाश कुमार की रिपोर्ट