Indian Govt Bank: देश के सरकारी बैंकों ने तोड़ डाले रिकॉर्ड! महज 3 महीनों में कमा डाले 44,218 करोड़ रुपये, इस बैंक का दिखा जलवा

Indian Govt Bank: 2025-26 की पहली तिमाही में भारतीय स्टेट बैंक (SBI) और अन्य सरकारी बैंकों ने 44,218 करोड़ रुपये का रिकॉर्ड मुनाफा कमाया। जानिए किस बैंक ने किया कैसा प्रदर्शन।

Indian Govt Bank: वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही में देश के 12 सरकारी बैंकों ने मिलकर 44,218 करोड़ रुपये का रिकॉर्ड मुनाफा दर्ज किया। यह पिछले साल की समान तिमाही के मुकाबले 4,244 करोड़ रुपये ज्यादा है। 2024-25 की जून तिमाही में यह आंकड़ा 39,974 करोड़ रुपये था।इस शानदार प्रदर्शन के पीछे सबसे बड़ी भूमिका भारतीय स्टेट बैंक (SBI) की रही, जिसने न सिर्फ सबसे ज्यादा कमाई की बल्कि अपनी ग्रोथ रेट से भी निवेशकों का ध्यान खींचा।

SBI का दबदबा: मुनाफा और मार्केट कंट्रोल दोनों में नंबर वन

SBI ने अप्रैल-जून 2025 में 19,160 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट कमाया। यह 2024-25 की पहली तिमाही की तुलना में 12% ज्यादा है।इतना ही नहीं, SBI का साइज और मार्केट शेयर दोनों ही सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकिंग मार्केट में उसे मजबूत पोजीशन पर बनाए हुए हैं। यह साफ करता है कि SBI अब भी सरकारी बैंकिंग सेक्टर का निर्विवाद लीडर है।

अन्य सरकारी बैंकों का प्रदर्शन

SBI के बाद इंडियन ओवरसीज बैंक ने 76% की बढ़त के साथ 1,111 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट दर्ज किया। पंजाब एंड सिंध बैंक ने भी 48% की उछाल के साथ 269 करोड़ रुपये कमाए।इंडियन बैंक का मुनाफा 23.7% बढ़कर 2,973 करोड़ रुपये रहा, जबकि बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने 23.2% की वृद्धि के साथ 1,593 करोड़ रुपये कमाए।सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया ने भी 32.8% ग्रोथ के साथ 1,169 करोड़ रुपये का प्रॉफिट दर्ज किया।

PNB की गिरावट: मुनाफे में 48% की कमी

पंजाब नेशनल बैंक (PNB) इस लिस्ट में एकमात्र ऐसा बैंक रहा जिसकी परफॉर्मेंस में गिरावट आई।

2025-26 की पहली तिमाही में PNB का नेट प्रॉफिट 3,252 करोड़ रुपये से घटकर 1,675 करोड़ रुपये रह गया, यानी 48% की गिरावट।यह संकेत देता है कि जबकि अन्य सरकारी बैंक सुधार और विकास के रास्ते पर हैं, PNB को अपनी रणनीतियों में बदलाव की आवश्यकता है।

बैंक कैसे कमाते हैं पैसा?

सरकारी बैंक कई स्रोतों से कमाई करते हैं:

लोन पर ब्याज

सरकारी प्रतिभूतियों और बॉन्ड में निवेश

शेयर मार्केट और ट्रेजरी ऑपरेशन

अंतरबैंक लोन

डिजिटल बैंकिंग और सर्विस फीस

इन स्रोतों का संतुलित उपयोग ही बैंक की स्थिर और दीर्घकालिक कमाई को सुनिश्चित करता है।