Anant Singh vs Sonu-Monu : मोकामा गोलीकांड पर शुक्रवार को लोजपा नेता बाहुबली पूर्व सांसद सूरजभान सिंह ने पूर्व विधायक अनंत सिंह को जमकर सुनाया. उन्होंने मोकामा के नौरंगा गांव में हुए गोलीकांड को लेकर अनंत सिंह को आड़े हाथों लिया. सूरजभान ने अनंत सिंह सहित सभी विधायकों को सुझाव देते हुए कहा कि इस तरह गोलीबारी करना किसी विधायक का काम नहीं हो सकता है.
उन्होंने कहा कि मोकामा बिहार या देश से बाहर नहीं है. जो माननीय विधायक हैं उनका यह काम नहीं है. यह काम प्रशासन का है. यह विधायक को शोभा नहीं देता कि इस तरह का काम किया जाये. सूरजभान का इशारा अनंत सिंह के उस दावे की ओर रहा कि वे सोनू-मोनू द्वारा किसी मुकेश सिंह के घर पर ताला खुलवाने के लिए नौरंगा गए थे जब गोलियां चली. सूरजभान ने कहा कि ऐसे मामलों को निपटाने की जिम्मेदारी पुलिस-प्रशासन की है न कि कोई माननीय विधायक वहां इस तरह जायें.
उन्होंने कहा कि किसी विधायक और लोकतंत्र के लिए इस तरह काम उचित नहीं है. मोकामा की हुई घटना भी निंदनीय है. वहीं अनंत सिंह का नाम लिए बिना सुझाव दिया कि अगर वे गोलीबारी करने को अपनी ताकत दिखाने से जोड़ते हैं तो बिलकुल गलत है. सूरजभान ने कहा, यह पृथ्वी है यहाँ रावण से ज्यादा ताकतवर कौन हुआ है. उनका भी अंत हुआ था. इसलिए यहाँ जनता से ज्यादा ताकतवर कोई नहीं है.
तेजस्वी का काम ही विरोध
नीतीश सरकार की नीतियों पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव द्वारा सवाल उठाए जाने पर सूरजभान ने कहा कि यह राजनीति का नियम है. जब लालू यादव के विरोध में नीतीश थे तब यही काम नीतीश करते थे. अब लालू-तेजस्वी भी विरोध में हैं तो वे भी नीतीश के खिलाफ यही काम कर रहे हैं. यह कोई नया काम नहीं है.
बुधवार को हुई थी गोलीबारी
बुधवार शाम हुए मोकामा गोलीबारी में लगभग 10 से 20 राउंड गोलियां चली। बताया जा रहा है कि सोनू मोनू ने अपने मुंशी मुकेश सिंह के घर पर ताला लगा दिया था जिसके बाद मुंशी ने बाहुबली नेता और पूर्व विधायक अनंत सिंह से मदद मांगी। अनंत सिंह ने पहले अपने समर्थकों को मुंशी के घर पर ताला खुलवाने भेजे इसके बाद वो खुद भी वहां पहुंच गए। इस दौरान दोनों पक्षों में गोलीबारी हुई। इस गोलीबारी में अनंत सिंह के एक समर्थक को गोली भी लगी। इसके बाद से ही मोकामा में तनावपूर्ण माहौल था। वहीं आज सुबह सोनू ने सरेंडर कर दिया है।
सोनू-अनंत ने किया सरेंडर
पूर्व विधायक और बाहुबली नेता अनंत सिंह ने शुक्रवार को बाढ़ कोर्ट में सरेंडर कर दिया। इसके बाद पुलिस ने अनंत सिंह को जेल भेज दिया है। एसडीपीओ राकेश कुमार ने कहा कि, एफआईआर दर्ज करने के बाद कार्रवाई की जा रही थी। इस घटना में रौशन और सोनू सिंह की गिरफ्तारी हुई है। जिसके बाद अनंत सिंह ने कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया। एसडीपीओ ने बताया कि अनंत सिंह फरार थे लेकिन पुलिस के दबिश के कारण बाढ़ कोर्ट में सरेंडर कर दिए।