Infosys दफ्तर में इंजीनियर की घिनौनी करतूत, महिला साथी ने पकड़ा तो हुआ पर्दाफाश
बेंगलुरु के इंफोसिस ऑफिस में काम करने वाले इंजीनियर स्वप्निल नागेश माली को महिलाओं के टॉयलेट में छिपकर अश्लील वीडियो बनाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. एक महिला कर्मचारी ने मोबाइल की परछाईं देखकर आरोपी को रंगे हाथ पकड़ा.
N4N डेस्क: आईटी हब बेंगलुरु से एक शर्मनाक घटना सामने आई है. देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में प्रतिष्ठित आईटी कंपनी इंफोसिस के दफ्तर में एक सीनियर एसोसिएट को अपनी महिला सहकर्मी का शौचालय में छिपकर वीडियो बनाते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया है. आरोपी की पहचान नागेश स्वप्निल माली के रूप में हुई है, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.घटना 30 जून की है, लेकिन यह मामला अब सामने आया है, जब आरोपी की गिरफ्तारी हुई है. दरअसल, जैसे ही महिला ने आरोपी को रंगे हाथों पकड़ा, वह चौंक गई और जोर से चिल्लाई. आरोपी ने तुरंत माफी मांगनी शुरू कर दी, लेकिन महिला ने इस हरकत को नज़रअंदाज नहीं किया और तुरंत मामले की जानकारी इंफोसिस की HR टीम को दी.आरोपी के फोन से 30 से ज्यादा महिलाओं के अश्लील वीडियो बरामद हुए हैं, जिनमें से सभी वीडियो ऑफिस परिसर के भीतर रिकॉर्ड किए गए थे. पुलिस ने इस मामले में गंभीर धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया है और पूछताछ जारी है.
ऐसे हुआ पर्दाफाश
आईने में दिखा 'गंदा खेल' इंफोसिस की महिला कर्मचारी जब ऑफिस वॉशरूम में गई तो उसने सामने के दरवाज़े पर अजीब सी परछाई देखी. शुरुआत में उसे लगा कि यह उसकी अपनी ही परछाई है, लेकिन जैसे ही उसने ध्यान से देखा, तो पाया कि एक युवक मोबाइल से उसका वीडियो बना रहा था.
मोबाइल में मिले 30+ गुप्त वीडियो
HR टीम ने जब आरोपी इंजीनियर स्वप्निल नागेश माली (28) के फोन की जांच की, तो उसमें 30 से अधिक महिला कर्मचारियों के गुप्त रूप से रिकॉर्ड किए गए वीडियो मिले. ये सभी वीडियो ऑफिस परिसर के अंदर के वॉशरूम में शूट किए गए थे.
पीड़िता ने पति के साथ दर्ज कराई FIR
घटना के बाद महिला ने अपने पति को सब कुछ बताया और दोनों ने मिलकर इलेक्ट्रॉनिक सिटी पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करवाई. पुलिस ने तुरंत ऐक्शन लेते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी आंध्र प्रदेश का रहने वाला है और वर्तमान में इंफोसिस में कार्यरत था.
जांच जारी, हो सकती हैं और गिरफ्तारियां
पुलिस अब यह जांच कर रही है कि कहीं और भी महिलाएं इस गंदी हरकत का शिकार तो नहीं हुई हैं? साथ ही यह भी देखा जा रहा है कि आरोपी कितने समय से यह काम कर रहा था. अभी तक इंफोसिस कंपनी की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है.