बिहार में महज 6 घंटे के अंदर 2-2 खाकीवालों ने खुद को मारी गोली,एक ने AK-47 से तो दुसरे ने राइफल से खुद को उड़ाया
Bihar Police News: बिहार पुलिस खातिर सोमवार का दिन बेहद भरी रहा महज 6 घंटे के अंदर 2-2 खाकीवालों ने खुद ही दुनिया को अलविदा कह दिया. कैमूर के बाद अब सीवान में दुखद घटना घटी.
N4N डेस्क: बिहार पुलिस के लिए बीते 12 घंटे बेहद दुख दाई रहे है। कल यानी सोमवार की शाम कैमूर पुलिस के एक जवान ने खुद के सिर में एके 47 से खुद को गोली मार ली. यह दिल दहला देने वाली घटना भभुआ पुलिस लाइन के बैरक में घटित हुई. इलाज के लिए बनारस ले जाने के दौरान रास्ते में ही जवान की मौत हो गई. बताया जा रहा है कि पुलिस जवान मूलरूप से अमलेश कुमार जमुई जिले का रहने वाला था,जिसने कैमूर में 2022 में बिहार पुलिस ज्वाइन किया था.जवान की ड्यूटी दंगा नियंत्रण पुलिस टीम में थी.महकमा अभी इस झटके से उबर भी नहीं पाया था कि दूसरी खबर सीवान जिले से मिली.
सीवान के असाव थाना परिसर में एक होमगार्ड के जवान ने खुद को गोली से उड़ा लिया. गोली लगने से मौके पर ही उसकी मौत हो गई.मृतक की पहचान 33 वर्षीय राजकुमार गोड़ पिता श्रीराम गोड़ जो मूलतः दरौली थाना के टिकुलिया गांव का रहने वाला था.उसने राइफल से सिर में गोली मारकर आत्महत्या की है. घटना का कारण अभी पता नहीं चला है यह दुखद घटना सोमवार रात्रि करीब 11.30 बजे की है. थाने में तैनात होमगार्ड के जवान राजकुमार ने सरकारी राइफल से खुद को गोली मार ली.सूचना मिलने के बाद घटनास्थल पर मैरवा सदर-2 की एसडीपीओ गौरी कुमारी दल-बल के साथ असाव थाने पहुंचीं. शव को पोस्टमार्टम कराने के लिए कहा लेकिन परिजन मानने के लिए तैयार नहीं हुए. वह लगातार हंगामा करते रहे.वही घटना के बाबत थाना प्रभारी राजशेखर ने बताया कि राजकुमार गोंड थाना में तैनात थे. अचानक ड्यूटी के दौरान अपने सिर में गोली मार ली। वरीय अधिकारियों को मामले की जानकारी दे दी गई है. कुछ लोगों से पूछताछ चल रही है। मामले में आगे की कार्रवाई चल रही है.
एसपी ने दिया उच्च स्तरीय जांच के आदेश
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, आत्महत्या का कारण पारिवारिक विवाद या मानसिक तनाव हो सकता है, हालांकि पुलिस ने अभी तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की है। घटना की सूचना मिलते ही वरीय पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच शुरू कर दी। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। सीवान के एसपी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं।
पहली घटना - भभुआ पुलिस लाइन में की ख़ुदकुशी
भभुआ पुलिस लाइन स्थित बैरक में तैनात एक पुलिस जवान ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली. मृत जवान की पहचान अमलेश कुमार के रूप में हुई है, जो बिहार के जमुई जिले का रहने वाला था. जानकारी के अनुसार, अमलेश कुमार ने ड्यूटी से लौटने के बाद अपने सिंगल रूम में खुद को गोली मार ली. घायल अवस्था में उसे तत्काल भभुआ सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां से बनारस रेफर किया गया, लेकिन दुर्गावती पहुंचते ही उसकी मौत हो गई. वही घटना के बाबत पुलिस लाइन के डीएसपी रामानंद मंडल ने बताया कि सभी जवान एक ही बैरक में रहते थे, लेकिन अमलेश कुमार का कमरा अलग था। किसी को गोली चलने की आवाज तक नहीं सुनाई दी. जब उसके दोस्त ने दरवाजा खोलवाने की कोशिश की और कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली, तो दरवाजा तोड़कर देखा गया. उस समय तक वह खून से लथपथ पड़ा हुआ था। मौत के कारणों का अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है.
मोबाइल से खुलेगा मौत का राज़?
वही घटना की जानकारी मिलते ही कैमूर एसपी हरि मोहन शुक्ला मौके पर पहुंचे और पूरे मामले की जांच के आदेश दिए। फिलहाल जवान का कमरा सील कर दिया गया है। उसका मोबाइल फोन भी लॉक मिला है, जिसे फोरेंसिक जांच के लिए भेजा जाएगा। जवान की आत्महत्या के पीछे की वजह अभी साफ नहीं हो सकी है। पुलिस इस बात की तहकीकात कर रही है कि क्या कोई व्यक्तिगत कारण था या कोई मानसिक दबाव।