Bihar Police: थानेदार समेत पाँच पुलिसकर्मी सस्पेंड, होमगार्ड बर्खास्त, डीआईजी ने इस मामले में की बड़ी कार्रवाई, पुलिस महकमे में मचा हड़कंप, न्यूज4नेशन की खबर का बड़ा असर

Bihar Police: खाकी की साख को बट्टा लगाने वाली वारदात ने पूरे पुलिस महकमे में सनसनी फैला दी है।थानेदार समेत पाँच पुलिस पदाधिकारी निलंबित कर दिए गए..

थानेदार समेत पाँच पुलिसकर्मी सस्पेंड- फोटो : reporter

Bihar Police: खाकी की साख को बट्टा लगाने वाली वारदात ने पूरे पुलिस महकमे में सनसनी फैला दी है। सड़क पर ‘वाहन जांच’ के नाम पर बाइक सवार दम्पति से बदसलूकी का वीडियो जैसे ही सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, और न्यूज पर नेशन पर प्रसारित हुआ, डीआईजी हरिकिशोर राय ने गाज गिरा दी। थानेदार समेत पाँच पुलिस पदाधिकारी निलंबित कर दिए गए, जबकि महिला से धक्का-मुक्की करने वाले होमगार्ड को न केवल ड्यूटी से हटाया गया बल्कि उसका अनुबंध भी रद्द करने के आदेश जारी हो गए।

घटना 10 अगस्त की शाम करीब 7 बजे की है। मोतीहारी के छतौनी थाना क्षेत्र के चीनी मील रोड पर वाहन जांच के दौरान, थाना में पदस्थापित पुअनि अनुज कुमार और गृहरक्षक सुरेन्द्र साह ने अपाची बाइक पर सवार पिन्टु कुमार (पिता आशदेव यादव, निवासी जमुतापुर, थाना कल्याणपुर) को उनकी पत्नी अनुराधा कुमारी और साली अमिषा कुमारी के साथ रोक लिया। आईडी कार्ड मांगा गया, लेकिन अमिषा का पहचान पत्र दिखाने में हुई देरी पर विवाद भड़क उठा।

वायरल वीडियो में साफ दिखा कि महिला अनुराधा कुमारी और पिन्टु कुमार के साथ सड़क पर ही धक्का-मुक्की की गई, और उन्हें ज़बरदस्ती गाड़ी में बैठाने का प्रयास हुआ। यह ‘खाकी’ के अनुशासन और कानून की सीमाओं को लांघने का खुला उदाहरण था।


मामला डीआईजी हरिकिशोर राय के संज्ञान में आते ही वे खुद घटनास्थल, थाना और एसडीपीओ कार्यालय पहुँचे। जांच में पुअनि अनुज कुमार पर महिला के साथ अभद्र व्यवहार और पिन्टु कुमार के साथ धक्का-मुक्की का दोष सिद्ध हुआ। थानाध्यक्ष अमरजीत कुमार, पुअनि इन्द्रकांत कुमार, पुअनि आरिफ हुसैन और पुअनि मोहिनी कुमारी पर आरोप साबित हुए कि उन्होंने दोषियों को मदद पहुँचाई और पीड़ित पक्ष को डराने-धमकाने की कोशिश की।

नतीजा  इन पाँचों पुलिस पदाधिकारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया। होमगार्ड सुरेन्द्र साह पर भी महिला से दुर्व्यवहार का आरोप पुख्ता पाया गया, जिसके चलते उसका अनुबंध रद्द करने और ड्यूटी से वंचित करने के आदेश जिला समादेष्टा को दे दिए गए।

डीआईजी की इस सख्त कार्रवाई ने पूरे चंपारण रेंज में खलबली मचा दी है। थाना स्तर पर लापरवाही और ‘पावर के नशे’ में कानून तोड़ने की यह घटना, पुलिस की छवि पर गहरा सवाल खड़ा कर रही है। अब निगाहें इस बात पर हैं कि क्या आगे भी इस तरह के मामलों में इतनी ही फुर्ती और कठोरता दिखाई जाएगी या यह कार्रवाई महज़ एक ‘नज़ीर’ बनकर रह जाएगी।

रिपोर्ट-हिमांशु कुमार