Bihar News: पीएम आवास योजना यहां बन गया है घोटाला मॉडल, बिना ईंट रखे उड़ाए लाखों, अब बड़े साहब ने कस दिया शिकंजा

Bihar News:प्रधानमंत्री आवास योजना की तीनों किस्तें बिना मकान बने ही भुगतान कर दी गईं। इतना ही नहीं, आवास निर्माण से जुड़ी मनरेगा मजदूरी की राशि भी फर्जी तरीके से निकाल ली गई।

पीएम आवास योजना बन गया है घोटाला मॉडल- फोटो : reporter

Bihar News: पूर्वी चंपारण के मोतीहारी जिले से भ्रष्टाचार की एक और हैरान करने वाली कहानी सामने आई है। यहां कल्याणपुर प्रखंड के दरमाहा पंचायत में प्रधानमंत्री आवास योजना  की तीनों किस्तें बिना मकान बने ही भुगतान कर दी गईं। इतना ही नहीं, आवास निर्माण से जुड़ी मनरेगा मजदूरी की राशि भी फर्जी तरीके से निकाल ली गई।

जांच में सामने आया कि श्रीमती बच्ची देवी (PMAY-G ID: BH5743967) और श्रीमती बुधिया देवी (PMAY-G ID: BH5744096) को आवास निर्माण के नाम पर तीनों किस्तें मिल गईं, लेकिन जमीन पर न ईंट गिरी, न छत डली। दराई यादव की शिकायत पर जिला ग्रामीण विकास अभिकरण के वरिष्ठ लेखा पदाधिकारी ने जांच की, जिसमें पूरा घोटाला उजागर हो गया।

इस घोटाले में लिप्त ग्रामीण आवास पर्यवेक्षक पंकज कुमार पवन और आवास सहायक खुर्शीद आलम को विभागीय दंड दिया गया है। पंकज कुमार पवन के वेतन से 10% की कटौती, खुर्शीद आलम के वेतन से 25% की कटौती, दोनों पर यह सजा अगले तीन वर्षों तक लागू रहेगी।

डीडीसी प्रदीप कुमार ने सख्त आदेश दिए हैं कि दोनों लाभुकों से तीनों किस्तों की राशि वसूली की जाए।यदि एक माह के भीतर राशि नहीं लौटाई गई तो नीलाम पत्र वाद (कुर्की-जब्ती) की कार्रवाई शुरू की जाएगी।मनरेगा कार्यक्रम पदाधिकारी को भी मजदूरी की राशि वसूल कर विभागीय खाते में जमा कराने का निर्देश दिया गया है।

यह मामला एक बार फिर दिखाता है कि कैसे जमीनी निगरानी की कमी, भ्रष्ट अधिकारियों और स्थानीय नेटवर्क की मिलीभगत से योजनाएं सिर्फ कागज पर पूरी हो जाती हैं, जबकि हकीकत में गरीबों के घरों के सपने ध्वस्त रह जाते हैं।

अब देखना है कि यह आंशिक वेतन कटौती भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए काफी होगी या फिर ऐसे गुनहगारों पर आपराधिक मुकदमे और बर्खास्तगी जैसी सख्त कार्रवाई की जरूरत है।

रिपोर्ट- हिमांशु कुमार