Bihar News: नाबालिग छात्रा की आत्महत्या से मचा कोहराम, पुलिस की लापरवाही पर फूटा गुस्सा, आक्रोशित लोगों ने सड़क पर काटा बवाल

Bihar News: नाबालिग छात्रा एक युवक पर अश्लील वीडियो वायरल करने की धमकी देकर ब्लैकमेलिंग की शिकायत के लिए थाने पहुंचीं तो आरोप है कि थाना प्रभारी के न होने का बहाना बनाकर पीड़िता को घर जाने के लिए कह दिया गया।...

पुलिस की लापरवाही पर फूटा गुस्सा- फोटो : reporter

Bihar News:पुलिस की कथित अनदेखी का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहाँ एक नाबालिग छात्रा ने पुलिस द्वारा अपनी फरियाद न सुने जाने से आहत होकर आत्महत्या कर ली। इस घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने सड़क पर जमकर बवाल काटा और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की।

मुजफ्फरपुर जिले के पारू थाना क्षेत्र के एक गाँव की रहने वाली नाबालिग छात्रा को गाँव का ही एक युवक, राजीव कुमार, अश्लील वीडियो वायरल करने की धमकी देकर ब्लैकमेल कर रहा था। पीड़िता की माँ के अनुसार, कल जब छात्रा स्कूल जा रही थी, तब राजीव कुमार ने उसे अपनी बाइक पर जबरन बिठा लिया और भागने लगा। हालाँकि, बसैठा में लोगों ने आरोपी युवक को पकड़ लिया और पिटाई करने के बाद उसे समझा-बुझाकर छोड़ दिया।

इस घटना के बाद नाबालिग छात्रा अपनी माँ के साथ पारू थाना पहुँची। लेकिन कई घंटों तक इंतजार करने के बावजूद उनकी फरियाद नहीं सुनी गई। आरोप है कि थाना प्रभारी के न होने का बहाना बनाकर पीड़िता को घर जाने के लिए कह दिया गया। पुलिस की इस कथित लापरवाही से आहत होकर छात्रा ने घर पहुँचकर फंदे से लटककर अपनी जान दे दी।

जन आक्रोश और पुलिस कार्रवाई

जैसे ही इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना की खबर फैली, स्थानीय लोग और परिजन आक्रोशित हो गए। उन्होंने तुरंत सड़क पर आगजनी कर जमकर हंगामा शुरू कर दिया और पुलिस के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, एसडीपीओ सरैया कुमार चंदन दल-बल के साथ मौके पर पहुँचे। उन्होंने मृतक नाबालिग के परिजनों से मुलाकात की और लोगों को समझा-बुझाकर स्थिति को शांत कराया। इसके बाद, पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

पुलिस का पक्ष

इस पूरे मामले पर पुलिस का कहना है कि उन्हें पीड़िता की ओर से एक आवेदन प्राप्त हुआ था। पुलिस के अनुसार, मामले की जाँच के बाद प्राथमिकी भी दर्ज कर ली गई है। पुलिस ने अपने ऊपर लगाए गए आरोपों को निराधार बताया है। हालाँकि, आक्रोशित ग्रामीणों और परिजनों का आरोप है कि यदि पुलिस ने समय रहते छात्रा की शिकायत पर कार्रवाई की होती, तो शायद उसकी जान बचाई जा सकती थी। इस घटना ने एक बार फिर पुलिस की संवेदनशीलता और कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

रिपोर्ट- मणिभूषण शर्मा