Bihar Vigilance Raid: बिहार में घूसखोरी का करंट! जेई और कर्मी रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ़्तार, निगरानी की कार्रवाई से बिजली विभाग में मचा हड़कंप

Bihar Vigilance Raid: निगरानी विभाग की टीम ने एक ऐसी कार्रवाई की, जिसने पूरे विद्युत विभाग को झकझोर कर रख दिया।...

निगरानी की कार्रवाई से बिजली विभाग में मचा हड़कंप - फोटो : social Media

Bihar Vigilance Raid:  निगरानी विभाग की टीम ने एक ऐसी कार्रवाई की, जिसने पूरे विद्युत विभाग को झकझोर कर रख दिया। टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर छापा मारते हुए साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड के जूनियर इंजीनियर (जेई) नीतीश कुमार और कर्मी देवेंद्र कुमार को रंगे हाथ गिरफ़्तार कर लिया। दोनों को 20 हज़ार रुपये की रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया।नालंदा ज़िले के इसलामपुर थाना इलाक़े के गौरव नगर मोहल्ला में शुक्रवार कोनिगरानी विभाग ने छापा मारा।

सूत्रों के मुताबिक, जेई अपने किराए के कमरे में एक व्यक्ति से बिजली कनेक्शन दिलाने के एवज़ में घूस की मांग कर रहा था। जैसे ही शिकायतकर्ता ने तय रकम सौंपी, निगरानी की टीम ने कमरे में धावा बोल दिया। अचानक हुई छापेमारी से कमरे में अफ़रा-तफ़री मच गई और दोनों आरोपी हक्का-बक्का रह गए।

निगरानी डीएसपी वसीम फ़िरोज़ ने बताया कि मुग़िर्याचक गांव निवासी आशीष रंजन ने जेई द्वारा 20 हज़ार रुपये घूस माँगने की लिखित शिकायत दर्ज कराई थी। प्रारंभिक जाँच में आरोप सत्यापित पाए गए। इसके बाद डीएसपी की अगुवाई में एक विशेष टीम गठित की गई और योजना के तहत छापेमारी की गई।

जैसे ही जेई ने शिकायतकर्ता से नक़दी स्वीकार की, निगरानी टीम ने उसे और मिस्त्री देवेंद्र कुमार को रंगें हाथ दबोच लिया। दोनों को तत्क्षण हिरासत में लेकर पटना भेजा गया। देर शाम तक विभागीय कर्मचारियों को मामले की भनक तक नहीं लगी, लेकिन जब ख़बर फैली, तो विभागीय गलियारों में सन्नाटा छा गया।

स्थानीय लोगों के मुताबिक, जेई लंबे समय से क्षेत्र में ग़ैरक़ानूनी वसूली और मनमानी के लिए चर्चित था। अब गिरफ्तारी के बाद विभाग में भ्रष्टाचार के जाल को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं।निगरानी विभाग के अनुसार, दोनों आरोपियों को विशेष न्यायालय में पेश किया जाएगा। वहीं, विभाग के उच्चाधिकारियों ने मामले की आंतरिक जाँच शुरू कर दी है।