Bihar Crime: रिश्तों का कत्ल, आपसी रंजिश में भतीजे ने चाचा को उतारा मौत के घाट

Bihar Crime: चाचा को उनके ही भतीजे ने छत पर सोते वक्त सीने और पीठ में दो गोलियां दागकर मौत के घाट उतार दिया। यह हत्या सिर्फ एक परिवार की त्रासदी नहीं, बल्कि नालंदा में बिगड़ती कानून-व्यवस्था और पुलिस की लापरवाही का जीता-जागता सबूत है।

NALANDA : नालंदा के हिलसा थाना क्षेत्र के धर्मपुर गांव में मंगलवार, 13 मई 2025 की रात एक दिल दहलाने वाली घटना ने सामाजिक और पारिवारिक रिश्तों की नींव को हिलाकर रख दिया। 75 वर्षीय सुरेश यादव को उनके ही भतीजे, गुड्डू गोप ने छत पर सोते वक्त सीने और पीठ में दो गोलियां दागकर मौत के घाट उतार दिया। यह हत्या सिर्फ एक परिवार की त्रासदी नहीं, बल्कि नालंदा में बिगड़ती कानून-व्यवस्था और पुलिस की लापरवाही का जीता-जागता सबूत है। आरोपी, जो पहले से ही कई संगीन मामलों में वांछित है, वारदात को अंजाम देकर फरार हो गया, और पुलिस अब उसकी तलाश में छापेमारी का ढोल पीट रही है। लेकिन सवाल यह है कि जब पीड़ित परिवार बार-बार शिकायत कर रहा था, तब पुलिस क्यों सोती रही? आइए, इस खूनी खेल की कहानी को तथ्यों और व्यंग्य के साथ समझें।

मंगलवार की रात, धर्मपुर गांव में 75 वर्षीय सुरेश यादव, स्वर्गीय चंदेश्वर यादव के पुत्र, अपनी छत पर सो रहे थे। रात के सन्नाटे में उनके भतीजे, गुड्डू गोप, ने सीढ़ी लगाकर छत पर चढ़ाई की और चाचा को निशाना बनाया। उसने सुरेश यादव के सीने और पीठ में दो गोलियां दागीं, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। यह हत्या इतनी निर्मम थी कि गांव में सनसनी फैल गई, और ग्रामीणों में दहशत का माहौल बन गया। 

मृतक के पुत्र, संतोष कुमार, ने बताया कि यह हत्या अचानक नहीं, बल्कि एक साल से चली आ रही पारिवारिक रंजिश का नतीजा थी। संतोष के मुताबिक, पिछले एक साल से दोनों परिवारों के बीच महिलाओं से जुड़े एक मामूली विवाद को लेकर तनाव चल रहा था। इस दौरान गुड्डू गोप और उसके परिजनों ने कई बार जान से मारने की धमकियां दी थीं। दो महीने पहले भी उनके घर पर जंतर-मंतर फेंका गया था, और पानी की पाइपलाइन काट दी गई थी। इन सभी घटनाओं की शिकायत हिलसा थाने में दर्ज कराई गई थी, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। संतोष का आरोप है कि अगर पुलिस ने समय रहते गुड्डू गोप को पकड़ा होता, तो उनके पिता आज जिंदा होते।

आरोपी गुड्डू गोप कोई नया नाम नहीं है। हिलसा थाने में उसके खिलाफ पहले से ही कई संगीन मामले दर्ज हैं, जिनमें हत्या, लूट, और मारपीट जैसे अपराध शामिल हैं। पिछले छह महीने से वह फरार चल रहा था, और पुलिस उसका सुराग तक नहीं लगा पाई। मंगलवार की रात वह अचानक गांव में प्रकट हुआ, इस जघन्य हत्या को अंजाम दिया, और फिर से गायब हो गया। ?

रिपोर्ट- राज पाण्डेय