Cyber Crime in Bihar :सिंगापुर के साइबर फ्रॉड का बिहार कनेक्शन, नालंदा-पटना पहुंची रकम , खुलासे के बाद सीबीआई ने कसा शिकंजा

Cyber Crime in Bihar: सिंगापुर में हुए साइबर फ्रॉड का पैसा बिहार के बैंक खातों तक पहुंचने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। केंद्रीय जांच ब्यूरो ने इस मामले में जांच शुरू कर दी है ...

Cyber Crime in Bihar
सिंगापुर के साइबर फ्रॉड का बिहार कनेक्शन- फोटो : social Media

Cyber Crime in Bihar: सिंगापुर में हुए साइबर फ्रॉड का पैसा बिहार के बैंक खातों तक पहुंचने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। केंद्रीय जांच ब्यूरो ने इस मामले में जांच शुरू कर दी है और बिहार के नालंदा, नवादा और पटना जिलों में बड़े पैमाने पर ऑपरेशन चलाने की तैयारी है। जानकारी के मुताबिक, साइबर अपराधियों ने सिंगापुर के लोगों से ठगी की थी, और इस रकम को बिहार के विभिन्न बैंक खातों में ट्रांसफर कर निकासी की गई।

सिंगापुर में साइबर अपराधियों ने लोगों को फर्जी कॉल्स, व्हाट्सएप मैसेज और फिशिंग लिंक के जरिए ठगा। ठगी की रकम को कई देशों के बैंक खातों के जरिए ट्रांसफर किया गया, जिसमें बिहार के नालंदा, नवादा और पटना के खाते शामिल हैं। सीबीआई को सिंगापुर की जांच एजेंसियों और इंटरपोल से मिली जानकारी के आधार पर इस रैकेट का पता चला। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि बिहार के इन जिलों में कुछ लोग साइबर अपराधियों के लिए मनी लॉन्ड्रिंग का काम कर रहे थे।

सीबीआई के सूत्रों के अनुसार, हाल ही में साइबर अपराधियों ने सिंगापुर के नागरिकों को ठगी का शिकार बनाया। ऑपरेशन चक्र के तहत की गई जांच में यह सामने आया है कि अपराधियों ने पीड़ितों से जो धनराशि प्राप्त की, उसे भारत में अपने एजेंटों के विभिन्न बैंक खातों में स्थानांतरित किया। इसके बाद, इस राशि को पटना, नालंदा और नवादा के बैंकों के खातों में ट्रांसफर कर निकाला गया।

नालंदा और नवादा पहले से ही बिहार में साइबर अपराध के लिए कुख्यात हो चुके हैं। 2021 से 2022 के बीच इन जिलों में 44 करोड़ रुपये से अधिक की साइबर ठगी के मामले सामने आए थे। स्थानीय पुलिस और आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने कई बार इन क्षेत्रों में छापेमारी कर साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। 2021 में नालंदा से पांच साइबर ठगों को गिरफ्तार किया गया था, जिनके पास से 23 मोबाइल फोन, 4 एटीएम कार्ड और अन्य आपत्तिजनक सामग्री बरामद हुई थी।

नवादा के वारसलीगंज और नालंदा के कटरीसराय जैसे क्षेत्र साइबर फ्रॉड के लिए नए जामवड़ा के रूप में उभरे हैं। यहां के अपराधी नौकरी के झूठे ऑफर, फर्जी लोन स्कीम और लॉटरी के नाम पर लोगों को ठगते हैं।सीबीआई ने इस अंतरराष्ट्रीय साइबर फ्रॉड रैकेट को तोड़ने के लिए नालंदा, नवादा और पटना में संदिग्ध स्थानों पर छापेमारी की योजना बनाई है। जांच एजेंसी बैंक खातों के मालिकों, लेनदेन के पैटर्न और साइबर अपराधियों के नेटवर्क की गहराई से जांच कर रही है। सिंगापुर की एजेंसियों के साथ मिलकर सीबीआई यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि कितनी रकम बिहार पहुंची और इसे कहां-कहां ट्रांसफर किया गया।सीबीआई की टीमें जल्द ही इन जिलों में संदिग्ध व्यक्तियों से पूछताछ शुरू करेंगी और उनके डिजिटल उपकरणों, जैसे मोबाइल फोन और लैपटॉप, की जांच करेंगी। इसके अलावा, बैंकों से भी उन खातों का विवरण मांगा गया है, जिनमें ठगी की रकम जमा की गई थी।

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